यह तो आप जानते ही होंगे कि दुनिया में कुल 195 देश हैं जिनमें 193 यूएन यानी संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nations) के सदस्य देश हैं और दो देश ऑबजर्वर. लेकिन इनके अलावा कुछ ऐसे माइक्रोनेशन (Micronation) भी हैं जिनकी आबादी 100 से भी कम है. इन माइक्रोनेशन को यूएन और किसी अन्य देश से मान्यता न मिली हो लेकिन यहां के लोग अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जीते हैं. कुछ ने अपनी अलग मुद्रा बना रखी है तो कुछ खुद को अपने देश का राजकुमार मानते है. आइये जानते है ऐसे ही कुछ माइक्रोनेशन के बारे में. 

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1. रिपब्लिक ऑफ मोलोसिया  (Republic of Molossia)

माइक्रोनेशंस में से एक रिपब्लिक
ऑफ मोलोसिया की सीमा में कुल 34 जीव रहते हैं.
इनमें 30 इंसान हैं और 4 कुत्ते हैं. अमेरिका में नेवादा (Nevada) के पास स्थित यह
माइक्रोनेशन कुल 2.28 एकड़ जमीन पर बसा हुआ है. यहां के तानाशाह केविन बॉघ (Kevin Baugh) ने इसे अपना
खुद का देश बना लिया है. वह आधिकारिक प्रशासन को वह जो टैक्स देता है उसे विदेशी
मदद का नाम देता है. तानाशाह केविन बॉग के परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं.

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हमेशा मिलिटरी ड्रेस में रहने वाले इस शख्स की वर्दी पर कई तरह के मेडल लटकते रहते हैं. उसने खुद को ही दर्जनों सैन्य टाइटल दे रखे  है. यह शख्स खुद को आजाद देश का शासक मानता है और खुद बॉर्डर पर जाकर वहां घूमने आने वाले सैलानियों का स्वागत  करता है. नेवादा की डेयटेन वैली में स्थित इस माइक्रोनेशन की अलग
करेंसी भी है जिसका नाम वेलोरा (valora) है. इस सिस्टम को चलाने के लिए Bank of Molossia, चिप वाले सिक्के और प्रिंटेड नोट भी हैं.

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 रिपब्लिक ऑफ मोलोसिया ने दो बार अपना राष्ट्रगान बदला  है. फिलहाल इसका झंडा नीले , सफेद और हरे रंग के तिरंगे डिजाइन में है.  केविन बॉघ ने भले ही इस  जगह को देश घोषित कर अपनी मिल्कियत बता दिया हो लेकिन एक देश के रूप में इसे ना तो यूएन और ना ही किसी अन्य देश ने मान्यता दी हैं. 

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2.प्रिंसिपेलिटी ऑफ़ पोतिन्हा (Principality of Pontinha)

इस बात पर आपको यकीन नहीं होगा लेकिन यहां की आबादी सिर्फ तीन लोगों की है. पुर्तगाल में समंदर तट के पास स्थित एक खाली पड़े रॉक टॉप पर एक स्कूल टीचर ने इस इलाके को बसाया. खुद को यहां का प्रिंस घोषित करने के बाद उसने इस जमीन को अलग देश के रूप में ऐलान कर दिया. 

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3. एम्पायर ऑफ़ अटलांटियम (Empire of Atlantium)

ऑस्ट्रेलिया के सिडनी से 220 मील पश्चिम में स्थित इस टापू की  स्थापना 1981 में जॉर्ज ग्रुइकशैंक ने की थी. उसने खुद को इमपीरियल मैजेस्टी जॉर्ज-2 घोषित किया घोषित किया और अपने साम्राज्य का ऐलान कर दिया. इसकी आबादी 3000 लोगों की है.

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4. सीलैंड (Sealand)

नॉर्थ सी में इंग्लैंड (England) के तट से सटा यह माइक्रेनेशन दो विशालकाय पिलर्स पर टिका हुआ है. दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान यह एक एंटी-एयरक्राफ्ट प्लेटफार्म के रूप में तैयार हुआ था. इंटरनेशनल सी एरिया में होने के कारण ब्रिटिश नेवी ने 1966 में इस जगह को खाली कर दिया लेकिन बाद में एक पूर्व सैनिक और एक पाइरेट ने यहां बसावट कर ली और इसे एक अलग देश घोषित कर दिया. 

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5. फ्रीटाउन क्रिस्टिआनिया

1971 में डेनमार्क (Denmark) की राजधानी कोपनहेगन में सेना के छोड़े हुए इलाके क्रिस्टिआनिया में कलाकारों, आदर्शवादियों और हिप्पियों ने बसना शुरू कर दिया. यहां रहने वाले लोग खुद को आजाद ख्याल मानते हैं और अपनी जिंदगी में किसी बाहरी की दखल पसंद नहीं करते हैं. ये लोग किसी कानून को नहीं मानते. इन्होंने अपना खुद का कानून घोषित कर रखा है और डेनमार्क के प्रशासन के साथ  लंबे समय से इनका विवाद चला आ रहा है.

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6. फोर्विक राज्य

स्कॉटलैंड (Scotland) के पास ढाई एकड़ इलाके में फैले इस  का अपना ही टशन है. स्टुअर्ट हिल ने शिटलैंड में इस छोटे से द्वीप को आजाद घोषित किया था.  इनकी अपनी करेंसी और संसद भी बन चुकी है. इस माइक्रोनेशन ने अपने अलग नियम तय कर रखे हैं. सालाना 23 यूरो देकर आप भी यहां की मेंबरशिप ले सकते हैं. मेंबर को एक पासपोर्ट और फोर्विक के मुनाफे में शेयर मिल सकता है. 

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7. रिपब्लिका ग्लेशियर (Republica Glaciar)

एक लाख आबादी वाला यह इलाका चिली और अर्जेंटीना (Argentina) के बीच है और ग्रीनपीस के एक्टिविस्ट्स ने 2014 में इसे अलग देश ही घोषित कर दिया. इन एक्टिविस्ट्स का कहना है कि दो देशों के बीच में स्थित होने और कानूनी लूपहोल होने के कारण यहां किसी का दावा नहीं बनता इसलिए इसे आजाद देश होने का पूरा हक है. यहां का अपना अलग पासपोर्ट भी है.