लोगों की खराब लाइफस्टाइल और उचित तरीके का खान-पान न होने की वजह से लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. खराब खान-पान के चलते हार्ट अटैक (Heart Attack) का जोखिम बढ़ता है. ऐसे में आपको अपनी दिनचर्या पर खास ध्यान देना पड़ेगा, नहीं तो अटैक आने का खतरा बना रहता है. हार्ट के मरीजों में कोलेस्ट्रॉल बढ़ना, हाई ब्लड प्रेशर और दिल की धड़कन का तेज-धीमा होना होता रहता है.
यह भी पढ़ें: स्किन को टैनिंग से बचाने के लिए लगाएं गुड़हल का फेस पैक, मिलेंगे कई फायदे
आपको जानकारी के लिए बता दें कि हार्ट अटैक आने से महीनाभर पहले शरीर कई तरह के संकेत देता है. हार्ट अटैक अचानक ही होता है. लेकिन महीने या कुछ हफ्तों पहले से शरीर में कुछ ऐसे बदलाव नजर आने लगते हैं, जो हमारे दैनिक जीवन में दखल डालते हैं. आज के समय में देश में 24 साल के युवा भी इस बीमारी से ग्रसित है. हार्ट अटैक कभी भी किसी को भी आ सकता है. यहां पर हम आपको बताएंगे ऐसे कौन से लक्षण है, जो एक महीनाभर पहले से ही नजर आने लगते हैं. इन लक्षण को पहचान कर आप हार्ट अटैक की समस्या से बच सकते हैं.
यह भी पढ़ें: शरीर में Vitamin K की कमी से दिखते हैं ये लक्षण, भूलकर भी न करें इग्नोर
आपको नजर आएंगे ये लक्षण
हर्टबर्न की परेशानी होना, जिसे लोग आमतौर पर एसिडिटी समझकर इग्नोर कर देते है.
सांस लेने में तकलीफ होना या कभी कभी सांस का अटकना.
कोई सामान उठाने में बहुत जल्दी थक जाना, यहां तक कि बिस्तर से उठाने में भी थक जाना.
यह भी पढ़ें: बैठकर पानी पीने की सलाह के पीछे क्या है साइंटिफिक कारण? जानें
ब्लड प्रेशर अनियंत्रित रहना
सीने में दर्द होना
मितली आना
धड़कने अनियंत्रित रहना
साइलंट हार्ट अटैक
हार्ट अटैक के मामलों में लगभग 45 प्रतिशत मामले साइलंट हार्ट अटैक के होते हैं. कई बार हार्ट डिजीज नहीं होने पर भी साइलंट हार्ट अटैक हो सकता है. महिलाओं की तुलना में पुरुषों में साइलंट हार्ट अटैक के मामले ज्यादा देखने को मिलते हैं. साइलंट हार्ट अटैक में व्यक्ति की छाती में दर्द की बजाय जलन महसूस करता है. इसके अलावा अनावश्यक थकान और कमजोरी जैसे लक्षण भी महसूस करता है. ऐसे में जाहिर है कि व्यक्ति इसे पूरी तरह हार्ट अटैक की श्रेणी में देख पाने में असमर्थ होता है. क्योंकि ये अपच, थकान और एसिडिटी आदि के भी लक्षण हो सकते हैं.
यह भी पढ़ें: आम को पानी में भिगोकर खाने के पीछे क्या साइंस है?
महिलाओं में होता है कंफ्यूजन
महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरुषों की तरह क्लियर नही होते है. कारण ये है कि हॉर्मोनल और मेनोपोज में बदलाव की वजह से अधिकतर नजर आने वाले लक्षण.
इसी वजह से महिलाओं में साइलंट हार्ट अटैक और हॉर्मोनल बदलाव के लक्षणों को लेकर कंफ्यूजन रहता है. महिलाओं में भी हार्ट अटैक के वही लक्षण पाए जाते है, जो पुरुषों में होते है.
यह भी पढ़ें: पैरों की सूजन को दूर करने के लिए इन 3 तेलों की करें मालिश, जानें तरीका
साइलंट हार्ट अटैक के 5 कारण
अधिक ऑयली, फैटी और प्रोसेस्ड फूड
फिजिकल एक्टिविटी न करना
स्ट्रेस और टेंशन
डायबिटीज और मोटापा
शराब और सिगरेट पीना
(नोट: ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह जरूर लें.)
यह भी पढ़ें: क्या आप भी खाने के बाद नहाने जाते हो? ऐसा होने पर हो सकता है बड़ा नुकसान