बार बार पेशाब (Urine) आना एक ऐसी चीज़ है जो हम अक्सर नज़रअंदाज़ करते है यह सोच कर कि यह तो एक मामूली बात है. ख़ास तौर पर बुज़ुर्ग लोग यह मानते है की बार बार पेशाब आना बढ़ती उम्र का एक स्वाभाविक परिणाम है. परन्तु यह सही नहीं है .

बार बार पेशाब अधिक मात्रा में पानी या अन्य तरल पदार्थ पीने से आ सकती है परन्तु जब इन सभी कारणों की ग़ैरमौजूदगी में भी यह होता है तब यह किसी गंभीर परेशानी का संकेत हो सकती है (Frequent Toilet Is A Sign Of Serious Disease). यानी हो सकता है, बार-बार यूरिन पास करने के लिए जाना कोई बीमारी का संकेत हो. इसलिए इस ओर ध्यान देना काफी जरूरी है कि कहीं आप भी तो अधिक बार यूरिन पास करने नहीं जा रहे? अगर आपको ऐसा लगता है कि आप नॉर्मल से अधिक यूरिन जाते हैं, तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें.

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बार-बार यूरिनेशन क्या है

अगर कोई व्यक्ति 24 घंटे के टाइम पीरियड में बार-बार यूरिन करने जाता है, तो उसे फ्रिक्वेंटली यूरिनेशन की श्रेणी में रखते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति 24 घंटे में 8 बार या उससे अधिक यूरिन के लिए जाता है, तो वह इस श्रेणी में आएगा. बार-बार यूरिनेशन के कुछ कारण भी हो सकते हैं. बार-बार यूरिनेशन से नींद खराब होती है. यूरिन से भरे हुए ब्लैडर के कारण रात भर नींद नहीं आती और आप जागते रहते हैं, उस स्थिति को निक्टुरिया कहा जाता है. कई मामलों में डॉक्टर से सलाह लेने पर इस समस्या को दूर किया जा सकता है. 

बार-बार यूरिन आने का कारण

1. प्रोस्टेट का बढ़ना

पुरुषों में बार बार पेशाब आना प्रोस्टेट ग्रंथि के बढ़ने का संकेत हो सकता है. 50 से ज़्यादा के उम्र के पुरुषों में होने वाली एक आम परेशानी है.

“पुरुषों में प्रोस्टेट एक ऐसी ग्रंथि है जो ब्लैडर के निचले हिस्से में, मूत्रमार्ग के आसपास स्थित है. यह ग्रंथि जीवनभर बढ़ती जाती है परन्तु जब वह अधिक से ज़्यादा बड़ी होने लगती है तब वह मूत्रमार्ग पर दबाव डालती है और पेशाब की धारा को रोक देती है .” बार बार पेशाब आने के अलावा भी इसके कई और लक्षण है जैसे कि

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अचानक से पेशाब करने की तीव्र इच्छा होना

रात को 2 से ज़्यादा बार पेशाब करना

पेशाब की धारा का पतला हो जाना

पेशाब करते करते उसका अचानक से रुक जाना

पेशाब निकालने के लिए ज़ोर लगाना

अगर इस बीमारी को जल्दी पहचान लिया जाए तो इसको दवाइयों से ठीक किया जा सकता है. परन्तु समय के साथ-साथ जब प्रोस्टेट बढ़ता चला जाता है तब उसको सर्जरी से छोटा करना पड़ सकता है.

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2. यूरिनरी ट्रैक और ब्लैडर की स्थिति

यूरिनरी ट्रैक और ब्लैडर की स्थिति बार-बार यूरिन आने वाली सबसे कॉमन स्थिति है. इस स्थिति में मूत्र मार्ग में संक्रमण (यूटीआई) होने से भी यह समस्या हो सकती है. यूटीआई के दौरान बाहरी संक्रमण शरीर में प्रवेश करता है और आपके यूरिन के रास्ते में सूजन का कारण बनता है. बहुत ही गंभीर मामलों में बार-बार यूरिन आना मूत्राशय के कैंसर का लक्षण हो सकता है.

3. मधुमेह

ज्यादातर लोग जानते हैं कि बहुत अधिक पेशाब करना मधुमेह के शुरुआती लक्षणों में से एक है. इस समस्या में मूत्राशय सिकुड़ता है, जिससे बार-बार पेशाब आता है.

अन्य कारण

स्ट्रोक

प्रेग्नेंसी

पैल्विक ट्यूमर होना

मूत्रवर्धक दवाइयों का प्रयोग

बहुत अधिक शराब या कैफीन पीना

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बार-बार यूरिनेशन को कैसे कंट्रोल करें

सोने से पहले लिक्विड पदार्थ न पिएं.

अल्कोहल और कैफीन की मात्रा को सीमित करें

पेल्विक मसल्स की मजबूती के लिए केगेल एक्सरसाइज करें. ये मांसपेशियां आपके मूत्राशय मार्ग को मजबूती देती हैं. 

अगर कोई ऐसी दवाई लेते हैं, जो शरीर से लिक्विड बाहर निकालती हो, उसके बारे में डॉक्टर से परामर्श करें.

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डिस्क्लेमर: ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह लें