देश कोरोना वायरस नाम की महामारी से जूझ रहा है और राज्य सरकारें अपने राज्य के लोगों को बचाने के लिए निरंतर काम कर रही है. मगर शायद सभी ये भूल गए हैं कि दिल्ली बॉर्डर पर पिछले 6 महीनों से किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. बीकेयू नेता राकेश टिकैत अपनी मांगों को पूरी किए बिना किसानों का आंदोलन खत्म नहीं करवाने वाले हैं.

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ANI के मुताबिक, अगर बीमारी बड़ी है तो कानून वापस ले लेना चाहिए. किसान क्यों हैं यहां? किसान यहां शांति से बैठे हैं, ये जाएंगे नहीं. बातचीत से इसका हल निकालें. हम शांतिपूर्ण तरीके से बैठे हैं सरकार हमारी बात सुने.

बता दें, 26 नवंबर से दिल्ली की तीन सीमाओं पर आंदोलन कर रहे पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों के साथ केंद्र सरकार ने 11 दौर की बातचीत में कानूनों को स्थगित कर आगे की चर्चा के लिए कमिटी बनाने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन कानून रद्द करने की मांग कर रहे किसान नेताओं ने सरकार का प्रस्ताव ठुकरा दिया.

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