केंद्र सरकार (Central Government) ने बुधवार 13 जुलाई 2022 को एक बड़ा फैसला लिया. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अब देश में 18 की उम्र के ऊपर के लोगों को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की बूस्टर डोज (Booster Dose) सरकार द्वारा लगाई जाएगी. केंद्र सरकार ने 75 दिनों के लिए एक विशेष अभियान की घोषणा की है. इस अभियान को चलाने का उद्देश्य यही है कि ज्यादा से ज्यादा लोग कम समय में ही बूस्टर डोज लगवा लें ताकि वे कोरोना के नुकसान से बच सकें. अब लोगों के मन में कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज को लेकर भी कई सवाल रहते हैं. लोगों के मन में ये सवाल आता है कि क्या बूस्टर डोज लगवाना इतना जरूरी है? अपने इस लेख में हम आपको बूस्टर डोज से जुड़ी सभी जानकारी देंगे.

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क्या होती है बूस्टर डोज?

बूस्टर डोज (Booster Dose) को समझना कोई मुश्किल काम नहीं है. जैसे कोरोना वैक्सीन की दो खुराक लगाई जाती है, उसी तरह तीसरी डोज को बूस्टर डोज का नाम दिया गया है. इसे प्रिकॉशन डोज या एहतियाती खुराक भी कहा जाता है. लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए बूस्टर डोज दी जाती है.

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बूस्टर डोज लेना क्यों आवश्यक है?

आज के समय में कोरोनावायरस के कई वेरिएंट सामने आ चुके हैं. हर वेरिएंट का अलग असर और अंदाज देखने को मिला है. बड़ी बात ये है कि एक वेरिएंट दूसरे वेरिएंट के खिलाफ सुरक्षा नहीं देता है. ऐसे में वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने के बाद भी लोगों की इम्यूनिटी कमजोर पड़ने लगती है. कोरोना की तीसरी लहर के दौरान भी इसी वजह से रीइंफेक्शन के कई मामले सामने आए थे. ऐसे में उसी इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज यानी बूस्टर डोज निकाली गई है. इसको लगवाने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होगी और आप कोरोना होने के बाद भी गंभीर परिणाम से बच सकेंगे.

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कौन लगवा सकता है बूस्टर डोज?

18 वर्ष की आयु से ऊपर का हर शख्स बूस्टर डोज लगवा सकता है. पहले तो सिर्फ बुजुर्गों के लिए ही बूस्टर डोज जरूरी बताई गई थी, लेकिन इसी साल अप्रैल में सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए बूस्टर डोज का दायरा बढ़ा दिया था. 18 साल से ऊपर वालों के लिए भी बूस्टर डोज का विकल्प खोल दिया गया था. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केंद्र सरकार ने बूस्टर डोज लगवाने के अंतराल को भी कम कर दिया है. पहले दूसरी डोज लगवाने के 9 महीने बाद ही व्यक्ति बूस्टर डोज लगवा सकता था, लेकिन अब वह 6 महीने बाद ही बूस्टर डोज लगवा सकता है.

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बूस्टर डोज कहां लगवा सकते हैं और इसकी कीमत क्या है?

भारत के हर प्राइवेट अस्पताल में कोरोना की बूस्टर डोज की सुविधा दी गई है. कुछ राज्यों में दोनों सरकारी और प्राइवेट सेंटरों में बूस्टर डोज लगाई जा रही है. आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, बूस्टर डोज की कीमत 350 से 375 के बीच रखी गई है, लेकिन भारत सरकार के नए ऐलान के बाद 18 से ऊपर के लोगों को 75 दिनों तक मुफ्त में बूस्टर डोज लगाई जाएगी.

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बूस्टर डोज लगवाने की प्रक्रिया क्या है?

अगर आपने कोविशील्ड या कोवैक्सीन में से किसी एक वैक्सीन की दोनों खुराक ले रखी हैं तो आपको पहले दी गई वैक्सीन की ही बूस्टर डोज लगाई जाएगी. वहीं, अगर आपने CoWin ऐप पर पहले से रजिस्ट्रेशन करा रखा है तो आपको इसी ऐप से बूस्टर डोज के लिए मैसेज आएगा. आप https://selfregistration.cowin.gov.in पर जाकर अपना स्लॉट बुक कर सकते हैं