Malaria Diet In Hindi: किसी भी बीमारी को ठीक करने के लिए संतुलित भोजन का अहम महत्व होता है. पोषक तत्वों से भरपूर डाइट (Malaria Diet) बॉडी को ताकत देती है. जो बीमारियों में मददगार होते हैं. इस प्रकार मलेरिया के रोगी की डाइट पर भी विशेष ध्यान देना आवश्यक होता है. मलेरिया (Malaria) कोई सामान्य बुखार नहीं है. अगर आपने लापरवाही बरती तो यह बहुत खतरनाक साबित हो सकता है. मलेरिया मच्छर के काटने से फैलने वाली एक बीमारी (Malaria Disease) है. मलेरिया मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है. इस मच्छर में प्लाज्मोडियम नामक जीवाणु होता है जो संक्रमित करता है. इस लेख में हम आपको बताएंगे क्या है मलेरिया के लक्षण और इस बीमारी से कैसे रिकवर होने के लिए डाइट में किन चीजों को शामिल किया जा सकता है.

यह भी पढ़ें: बढ़ते Cholesterol को कम करने के लिए करें ये 5 घरेलू उपाय, डॉक्टर-दवा से मिलेगी छुट्टी

मलेरिया के लक्षण

मन का मचलना, चक्कर आना, बुखार आना, सिर दर्द होना, ठंड लगना, पेट दर्द, थकान होना, उल्टी होना और तेज से सांस लेना आदि लक्षण हैं.

यह भी पढ़ें: बहुत कम लोग जानते हैं Lemongrass के ये फायदे, इन बीमारियों को कर देगा जड़ से दूर

मलेरिया की डाइट

अधिक पानी पिएं

हमेशा बॉडी को हाइड्रेट रखना चाहिए. लेकिन मलेरिया की बीमारी में यह और भी आवश्यक हो जाता है. तो इसलिए आप मलेरिया की बीमारी होने पर फलों के जूस, नारियल पानी और अधिक पानी पिएं.

यह भी पढ़ें: गले में जकड़न के पीछे ये होती हैं बड़ी वजह, जानें अद्भुत घरेलू नुस्खे

सब्जियां और फल

मलेरिया होने पर शरीर में इंफेक्शन रहता है तो ऐसे में भूख भी नहीं लगती है. इस दौरान आप सब्जियां और फल का सेवन करें. चुकंदर, पपीता, नींबू, संतरा, पालक और गाजर को डाइट में शामिल करना चाहिए. इसके अलावा आप ऐसे फ्रूट्स का भी सेवन कर सकते हैं जिनमें विटामिन बी, विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में हों.

यह भी पढ़ें: सर्दियों में Diabetes रोगी को मिलेंगे अद्भुत फायदे! बस आहार में जोड़ने होंगे ये 5 Foods

कार्बोहाइड्रेट्स और प्रोटीन

मलेरिया का बुखार सेहत के लिए नुकसानदायक होता है. बॉडी के खराब हुए टिशू को सही करने के लिए कार्बोहाइड्रेट्स और प्रोटीन की आवश्यकता होती है. प्रोटीन के लिए मीट, दूध, दाल और चिकन खा सकते हैं. कार्बोहाइड्रेट के लिए स्प्राउट, चावल और रोटी डाइट में शामिल कर सकते हैं.

(डिस्क्लेमर: ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह लें.)