हम सब ने कभी न कभी लेमनग्रास (Lemongrass) से बने प्रोडक्ट का इस्तेमाल जरूर किया होगा. इस घास के पौधे की महक नींबू (Lemon) जैसी होती है. कई लोग इसे अपने किचन गार्डन में लगाते हैं. इसे घर के गमले में भी आसानी से उगाया जा सकता है. ज्यादातर लोगों को लगता है कि लेमनग्रास का इस्तेमाल केवल चाय (Tea) के साथ किया जाता है और यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को फायदा पहुंचाता है. चाय के अलावा लेमनग्रास का इस्तेमाल मच्छरों को घरों से दूर भगाने के लिए भी किया जाता है. इसके तेल का इस्तेमाल मच्छर भगाने वाले लोशन में भी किया जाता है. इससे बड़े उद्योग अपना काम कर रहे हैं.

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इसमें भी होता है लेमनग्रास का इस्तेमाल

आप यह जानकार हैरान होंगे कि भारत में हर साल करीब 700 टन लेमनग्रास ऑयल का उत्पादन होता है. कई विदेशी कंपनियों में भी इसकी डिमांड काफी ज्यादा है. लेमनग्रास का इस्तेमाल चाय के अलावा सिर दर्द की दवा और कॉस्मेटिक बनाने में भी किया जाता है. परफ्यूम इंडस्ट्री भी इसका खूब इस्तेमाल करती है. साबुन, निरमा और हेयर ऑयल बनाने वाली कंपनियां भी लेमनग्रास का इस्तेमाल करती हैं.

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लेमनग्रास के फायदे

लेमनग्रास शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर मौसमी बीमारियों के खिलाफ असर दिखाती है. इसमें कार्बोहाइड्रेट्स, मिनरल्स, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, प्रोटीन, फैट, सोडियम, विटामिन्स, जिंक और कॉपर समेत कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. यह शरीर के बढ़ते फैट को कम कर मोटापे को नियंत्रित करने में मदद करता है.लेमनग्रास में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-सेप्टिक गुण पाए जाते हैं. इसके सेवन से शरीर का विषहरण होता है और शरीर के विषैले पदार्थ पेशाब के जरिए शरीर से बाहर निकल जाते हैं.

(डिस्क्लेमर: ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह लें.)