भारतीय एथलीट अविनाश मुकुंद साबले (Avinash Mukund Sable) ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (CWG 2022) के 3000 मीटर स्टीपलचेज इवेंट में 8 मिनट और 11.20 सेकेंड का समय निकालकर सिल्वर मेडल जीता. ये भारत का CWG 2022 के ट्रैक एंड फील्ड में चौथा मेडल है. पिछले CWG खेलों में भारत ने एक गोल्ड, एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल के साथ एथलेटिक्स में तीन मेडल जीते थे. 

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अविनाश के अलावा 6 अगस्त को प्रियंका गोस्वामी ने भी महिलाओं की 10,000 मीटर रेस वॉक फाइनल में सिल्वर मेडल जीता. अविनाश के पदक से भारत के पदकों की संख्या 28 हो गई है. भारत के अब तक 9 गोल्ड, 10 सिल्वर और 9 ब्रॉन्ज मेडल हैं.

भारत के CWG 2022 के एथलेटिक्स इवेंट में 4 पदकों में तेजसविन शंकर (हाई जम्प में ब्रॉन्ज) और मुरली श्रीशंकर (लॉन्ग जंप में सिल्वर) के पदक शामिल हैं. अविनाश मुकुंद साबले और प्रियंका गोस्वामी ने 6 अगस्त को मेडल जीते.  

कौन हैं अविनाश साबले?

अविनाश साबले का जन्म 13 सितंबर 1994 को महाराष्ट्र (Maharashtra) के बीड जिले के मंडवा गांव में हुआ. अविनाश के पिता का नाम मुकुंद साबले और भाई का नाम योगेश साबले है. इनके पिता एक किसान हैं (Avinash Sable Family).  

अविनाश साबले शिक्षा एवं नौकरी

अविनाश ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के गवर्नमेंट स्कूल से प्राप्त की और पुणे से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया. वर्तमान में अविनाश अपने परिवार के साथ बेंगलुरु में रह रहे हैं. वर्ष 2011 में 12वीं पास करने के बाद इन्होंने आर्मी जॉइन कर ली थी और वहीं से यह स्पोर्ट्स में हिस्सा लेने लगे. साल 2015 में आर्मी सर्विस टीम के लिए उन्होंने क्वालीफाई कर लिया. 2 साल बाद 2017 में क्रॉस कंट्री चैंपियनशिप में उन्होंने हिस्सा लिया जिसके बाद उन्होंने लगातार खेलों में हिस्सा लेकर अच्छा प्रदर्शन किया. वर्तमान में अविनाश आर्मी में जूनियर कमीशंड ऑफिसर(JCO) के पद पर नियुक्त हैं.

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अविनाश साबले कोच और ट्रेनिंग

अविनाश ने शुरुआत से ही अपने आर्मी कोच अमरीश कुमार के अंडर में ट्रेनिंग ली है. बाद में उनके अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए लांग डिस्टेंस रनिंग कोच निकोलाई संसारेव को उनके प्रशिक्षण के लिए नियुक्त किया गया था लेकिन एक बार अविनाश ने खुद यह कहा कि वे भारतीय कोच (Avinash Sable Coach) से ट्रेनिंग लेना पसंद करते हैं. निकोलाई संसारेव ने इसके बाद अपने पद से त्यागपत्र दे दिया जबकि उनका कार्यकाल साल 2020 तक था. 

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अविनाश साबले उपलब्धियां

1. अविनाश ने  37 वें राष्ट्रीय गेम्स में 3000 मीटर स्टीपलचेज इवेंट में 37 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा.

2. इन्होंने दोहा में भी एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीता. इसके साथ ही 1991 के बाद अविनाश देश के पहले खिलाड़ी बने जिन्होंने वर्ल्ड एथलेटिक्स में सीधे क्वालीफाई किया था.

3. एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप साल 2019 में रजत पदक जीता.

4. 3000 मीटर स्टीपलचेज इवेंट में 7 बार नेशनल रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं अविनाश साबले.