संभाजी ब्रिगेड (Sambhaji Brigade) महाराष्ट्र का एक मराठा संगठन और राजनीतिक दल है. संभाजी ब्रिगेड को मराठा सेवा संघ का विंग कहा जाता है. इसकी स्थापना 1 सितंबर 1990 को मराठा सेवा संघ के अध्यक्ष पुरुषोत्तम खेडेकर (Purushottam Khedekar) ने अकोला में की थी. मूल रूप से बुलडाना जिले के रहने वाले खेडेकर उस समय वे लोक निर्माण विभाग में कार्यपालक अभियंता के पद पर कार्यरत थे.

यह भी पढ़ें: कौन हैं गुलाबराव रघुनाथ पाटील?

उनका मुख्य उद्देश्य मराठा-कुनबी समुदाय के सरकारी अधिकारियों को एक मंच पर लाना और उन्हें संगठित करना और समाज को प्रबुद्ध करना था. संभाजी ब्रिगेड का नाम पहले मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र मराठा राजा छत्रपति संभाजी महाराज के नाम पर रखा गया है.

संभाजी ब्रिगेड का नाम कई बार विवादो में सामने आया है. 5 जनवरी 2004 को पुणे के भंडारकर ओरिएंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट पर अचानक हुए हमले में संस्थान की इमारत के साथ-साथ कुछ दुर्लभ पुस्तकों और पांडुलिपियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हमले को संभाजी ब्रिगेड ने अंजाम दिया था.

यह भी पढ़ें: कौन हैं एकनाथ शिंदे?

इसके बाद संभाजी ब्रिगेड उस समय चर्चा में आ गई थी जब नासिक में आयोजित अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन में संभाजी ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं द्वारा वयोवृद्ध पत्रकार गिरीश कुबेर (Girish Kuber) पर स्याही फेंक दी गई थी. संभाजी ब्रिगेड ने आरोप लगाया था कि गिरीश कुबेर द्वारा लिखी गई किताब ‘रेनेसां स्टेट: द अनरिटेन्ड स्टोरी ऑफ मेकिंग ऑफ महाराष्ट्र’ में छत्रपति संभाजी महाराज को बदनाम किया गया था.

यह भी पढ़ें: कौन हैं भूपेंद्र सिंह चौधरी?

दिसंबर 2010 में, संभाजी ब्रिगेड ने लाल महल से दादोजी कोंडदेव की मूर्ति को हटाने के लिए आंदोलन किए. संभाजी ब्रिगेड को ब्राह्मण विरोधी बताया जाता है. पुणे पुलिस ने ब्राह्मण विरोधी भावनाओं को भड़काने और जातिगत भेदभाव पैदा करने के लिए खेडेकर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया 2015 में उन्होंने अदालत में एक हलफनामा प्रस्तुत किया और ब्राह्मण महिलाओं पर अपनी टिप्पणी के लिए बिना शर्त माफी मांगी थी.

यह भी पढ़ें: कौन हैं केतकी चतले?

संभाजी ब्रिगेड ने साल 2016 से राजनीति में प्रवेश किया था. साल 2019 के चुनाव में भी संभाजी ब्रिगेड ने अपना भाग्य आजमाया था. हालांकि उन्हें इस चुनाव में प्वाइंट जीरो सिक्स फीसदी (.06%) वोट ही मिल सका था. अगस्त 2022 में संभाजी ब्रिगेड और शिवसेना ने गठबंधन कर महाराष्ट्र में आने वाले चुनावों में साथ लड़ने की घोषणा की थी.