राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) ने हाल ही में घोषित अग्निपथ सैन्य भर्ती योजना के खिलाफ देश भर में व्यापक हिंसा के मद्देनजर मंगलवार (21 जून) को कहा कि लोकतंत्र में आवाज उठाने की अनुमति है, लेकिन हिंसा की नहीं. उन्होंने अग्निपथ योजना को सेना और राष्ट्र की सुरक्षा के अहम बताया और कहा कि इसे वापस नहीं लिया जाएगा.

यह भी पढ़ें: अग्निपथ के 4 साल के बाद ‘अनिश्चितता’ का डर क्यों

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में अग्निपथ योजना, सेना में बदलाव की ज़रूरत, राष्ट्रीय सुरक्षा, कश्मीर, चीन और पाकिस्तान के साथ संबंधों पर बात की.

आइए जानें क्या-क्या बोले अजीत डोभाल 

1. अजीत डोभाल ने कहा- जो हम कल कर रहे थे अगर वही भविष्य में भी करते रहे तो हम सुरक्षित रहेंगे ये जरूरी नहीं। यदि हमें कल की तैयारी करनी है तो हमें परिवर्तित होना पड़ेगा. आवश्यक इसलिए था क्योंकि भारत में, भारत के चारों तरफ माहौल बदल रहा है.

2. पिछले 8 सालों में स्ट्रक्चरल सुधार बहुत सारे हुए हैं. 25 साल से CDS का मुद्दा पड़ा हुआ था. राजनीतिक इच्छाशक्ति न होने के कारण इसको अमल में नहीं लाया जा सका था. आज हमारे डिफेंस एजेंसी की अपनी स्पेस की स्वतंत्र एजेंसी है.

यह भी पढ़ें: अग्निवीरों को गारंटी के साथ सरकारी नौकरी दी जाएगी: हरियाणा CM मनोहर लाल खट्टर

3. आज भारत में बनी AK-203 के साथ नई असॉल्ट राइफल को सेना में शामिल किया जा रहा है. यह दुनिया की सबसे अच्छी असॉल्ट राइफल है. सैन्य उपकरणों में बहुत प्रगति की जा रही है.

4. अकेले अग्निवीर पूरी आर्मी कभी नहीं होंगे, अग्निवीर सिर्फ पहले 4 साल में भर्ती किए गए जवान होंगे. बाकी सेना का बड़ा हिस्सा अनुभवी लोगों का होगा. जो अग्निवीर नियमित होंगे(4 साल बाद) उन्हें घनिष्ठ ट्रेनिंग दी जाएगी.

5. रेजिमेंट के सिद्धांत के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं होगी. जो रेजिमेंट हैं वे रहेंगी. 

6. इसमें दो तरह के प्रदर्शन हो रहे हैं, एक तो वे हैं जिन्हें चिंता है, उन्होंने देश की सेवा भी की है. ये जब भी कोई बदलाव आता है कुछ चिंताएं उसके साथ आती हैं. हम इसे समझ सकते हैं. जैसे-जैसे उन्हें पूरी बात का पता चल रहा है वे समझ रहे हैं.

यह भी पढ़ें: अग्निवीरों के लिए आनंद महिंद्रा ने क्या ऐलान किया है, आप भी जानें

7. जो दूसरा वर्ग है उन्हें न राष्ट्र से कोई मतलब है, न राष्ट्र की सुरक्षा से मतलब है. वे समाज में टकराव पैदा करना चाहते हैं. वे ट्रेन जलाते हैं, पथराव करते हैं, प्रदर्शन करते हैं. वे लोगों को भटकाना चाहते हैं.

8. अगर हमें अपने हित की सुरक्षा करनी है तो हम फैसला करेंगे कि हमें कब, किसके साथ, किस आधार पर शांति स्थापित करनी है. हम पाकिस्तान सहित अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं परन्तु आतंकवाद के लिए सहिष्णुता नही है.

9. यह एक समस्या है, इससे हम प्रभावी रूप से निपट रहे हैं. 2019 के बाद से कश्मीर के लोगों की सोच में बदलाव आया है, वे अब पाकिस्तान और आतंकवाद के पक्ष में नहीं है. कुछ युवा गुमराह हैं, कुछ आतंकी संगठन अभी भी सक्रिय हैं, हम उनसे लड़ रहे हैं.

यह भी पढ़ें: अग्निवीर की सैलरी, छुट्टी, योग्यता, सेवा अवधि, रिटायरमेंट बेनिफिट, सब जानें

10. हमारा चीन के साथ सीमा क्षेत्र को लेकर विवाद बहुत समय से है. चीन को स्पष्ट है कि हम किसी भी तरह का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं करेंगे. चर्चा से समाधान की कोशिश लगातार जारी है. हम ये भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि पूरी तरह अपनी सीमा की सुरक्षा करें.