जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की मौत की पुष्टि हो गई है. कथित तौर पर उन्हें क्योटो के पास नारा शहर में शुक्रवार (8 जुलाई) को एक चुनावी सभा के दौरान गोली मार दी गई थी. पूर्व पीएम आबे की लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी ने जानकारी दी थी कि उन्हें पीछे से गोली मारी गई थी.

जापान के एनएचके वर्ल्ड न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, “शिंजो आबे को गोली मारने से संबंधित मामले में पुलिस ने नारा सिटी में 41 वर्षीय यामागामी तेत्सुया को हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ़्तार किया. एक बंदूक भी ज़ब्त की गई है, जिसे संदिग्ध व्यक्ति पकड़े हुए था.” हत्यारे ने पुलिस को बताया है कि वह आबे से असंतुष्ट था और उनकी हत्या करना चाहता था. जापानी मीडिया के अनुसार, हमलावर मैरीटाइम सेल्फ-डिफेंस फ़ोर्स का सदस्य है.

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एनएचके और क्योडो समाचार एजेंसी ने बताया कि शिंजो आबे रविवार (10 जुलाई) को होने वाले ऊपरी सदन के चुनाव से पहले एक कार्यक्रम में भाषण दे रहे थे, तभी गोलियों की आवाज सुनी गई और फिर आबे जमीन पर गिर गए.  

जापानी मीडिया ने जानकारी दी कि गोली लगने के बाद पूर्व पीएम शिंजो आबे को कार्डियक अरेस्ट आया था. जापान टाइम्स के अनुसार, गोली लगने के कारण आबे की गर्दन जख्मी हो गई थी और सीने के अंदर खून बहने लगा था.

जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने घटना के बाद कहा था, “यह बर्बर और दुर्भावनापूर्ण है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. हम वो सब कुछ करेंगे जो हम कर सकते हैं. इस समय, डॉक्टर शिंजो आबे को बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं.”

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भारत के साथ था गहरा नाता 

भारत से शिंजो आबे का ख़ास रिश्ता था. उनके पीएम रहते हुए भारत और जापान के संबंध बेहद मजबूत हुए. पहले मनमोहन सिंह और फिर नरेंद्र मोदी के शिंजो आबे के साथ दोस्ताना संबंध थे. पिछले साल भारत ने शिंजो आबे को पद्म विभूषण सम्मान से सम्मानित किया था.