पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) को शुक्रवार 21 अक्टूबर, 2022 को FATF ने ग्रे लिस्ट (Grey List) से बाहर कर दिया. पहले ही ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि पाकिस्तान को इस बार राहत मिल सकती है और अब उसी दिशा में यह फैसला आया है आपको मालूम हो कि 2 दिन तक एफएटीएफ की बैठक चली थी जिसमें कई मुद्दों पर मंथन किया गया था, लेकिन बड़ा फैसला पाकिस्तान को लेकर होना था. इसके अलावा म्यांमार (Myanmar) पर भी अहम आदेश दिया गया है. FATF ने म्यांमार को ब्लैक लिस्ट (Black List) में डाल दिया है.

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि FATF (Financial Action Task Force) एक ऐसी अंतरराष्ट्रीय संस्था है जो अंतरराष्ट्रीय वित्तीय अपराध को रोकने की कोशिश करती है, जोकि आतंकवाद को बढ़ाने के लिए किए जाते हैं. पाकिस्तान पर आरोप लगे थे कि वहां पर मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादियों को आर्थिक सहायता पहुंचाने का काम हो रहा है. इस आरोप के बाद उन्हें 2018 में ग्रे लिस्ट में डाल दिया गया था, लेकिन अब कुछ रिपोर्ट्स के आधार पर एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर निकाल दिया. भारत की तरफ से इसका विरोध जरूर किया गया, लेकिन एफएटीएफ ने उसे नजरअंदाज कर दिया.

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बता दें कि एफएटीएफ (FATF) जिस भी देश को ग्रे लिस्ट में डालता है, उसकी निगरानी बढ़ जाती है. ग्रे लिस्ट में जो भी देश चले जाते हैं, उसके बाद उनके लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक और यूरोपीय संघ से वित्तीय सहायता प्राप्त करना काफी मुश्किल हो जाता है. वहीं, ब्लैक लिस्ट में उन सभी देशों को शामिल कर दिया जाता है जो टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग जैसी समस्याओं पर गंभीरता पूर्वक कोई कदम नहीं उठाते हैं. उन्हें पहले एक बार चेतावनी दी जाती है, लेकिन अगर वे देश कॉर्पोरेट नहीं करते हैं तो उन्हें ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाता है.