गर्मियों (Summer) में धूप में अधिक देर तक बाहर रहने के कारण स्किन झुलसने के बारे में आपने अक्सर सुना होगा. गर्मियों में सनबर्न और टैनिंग (Sun Burn And Sun Tanning) बहुत ही आम समस्या है लेकिन क्या आपने कभी सन पॉइजनिंग के बारे में सुना है. यह एक तरह का सनबर्न ही है. बता दें कि सनबर्न की तुलना में सन पॉइजनिंग (Sun Poisoning) काफी खतरनाक होता है. आइए जानते हैं इसके कारण, लक्षण और खतरे के बारे में विस्तार से.

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लंबे समय से सूरज के संपर्क में रहने से सन पॉइजनिंग हो सकता है.

क्या होता है सन पॉइजनिंग

सन पॉइजनिंग, सनबर्न का घातक रूप होता है. यह तब होता है जब आप लंबे समय तक सूरज की पैराबैंगनी किरणों के संपर्क में रहते हैं. सन पॉइजनिंग की समस्या होने पर इसे मेडिकल ट्रीटमेंट के जरिए ठीक किया जा सकता है. 

सन पॉइजनिंग के गंभीर लक्षण

1. फ्लू के साथ पसीना आना

यदि आपकी स्किन पर सनबर्न ज्यादा होगा तो आपके शरीर को तापमान बनाए रखने के लिए ज्यादा ही संघर्ष करना पड़ता है. सन बर्न स्किन पर बढ़ता जाए तो समझ लें कि ये सन पॉइजनिंग, का कारण बन रहा है. इससे आपको मुश्किल हो सकती है. शरीर जब तापमान बनाए रखने के लिए ज्यादा संघर्ष करेगा तो आपको असमान्य सा महसूस होगा. वयस्कों के शरीर का सामान्य तापमान 97 और 99 डिग्री फ़ारेनहाइट के बीच होता है जबकि बच्चों और शिशुओं का सामान्य तापमान आमतौर पर 97.9 और 100.4 डिग्री फ़ारेनहाइट के बीच होता है. यदि आपके शरीर का तापमान बहुत अधिक या कम है तो आपको फ्लू जैसे लक्षण भी दिखने लग सकते हैं. जैसे आपको ठंडा पसीना आ सकता है या आपको कपकपी फील हो सकती है.

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मिचली और बेहोशी आना

सन पॉइजनिंग जब शरीर से इलेक्ट्रोलाइट्स को निकाल देता है तो आपके अंदर फ्लू के गंभीर लक्षण नजर आने लगते हैं. आपको मिचली सा महसूस होगा. इतना ही नहीं सन बर्न बढ़ेगा तो व्यक्ति के अंदर उलझन बढ़ती है, बेहोशी महसूस होती है, तेज ठंड लगना और मिचली के साथ उल्टी भी आने लगती है. शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का कम होना बहुत गंभीर संकेत होता है क्योंकि ये शरीर को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है. यदि ये कम होने लगता है तो शरीर की मासपेशियो में ऐंठन के साथ सुस्ती छाने लगती है.

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सन पॉइजनिंग से कैसे बचें

सनस्क्रीन का प्रयोग करें. एसपीएफ 30 से ऊपर वाले सनस्क्रीन लोशन का इस्तेमाल करें. धूप में निकलने से कम से कम 15 से 30 मिनट पहले सनस्क्रीन अप्लाई करें. और हर दो घंटे में लगाएं.

धूप में जाने से पहले पूरे कपड़े पहनें. इसके अलावा सनग्लासेस भी पहनें. धूप में जाने समय टाइट कपड़ों की बजा ढीले-ढाले कपड़े पहनें. साथ ही डार्क रंग के कपड़े पहनने से बचें. 

गर्मियों के दिनों में सुबह 10 बजे से लेकर शाम के 4 बजे के बीच घर से बाहर ना जाने की कोशिश करें.

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डिस्क्लेमर: ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह लें.