भारत में आपको एक से एक अनोखे मंदिर देखने को मिल जाएंगे. मंदिरों में आपने लोगों द्वारा देवताओं को फूल, पानी, दूध चढ़ाते हुए देखा होगा, लेकिन कभी उन्हें किसी भगवान को बीड़ी चढ़ाते हुए देखा या सुना है? आपको बता दें, बिहार में एक ऐसा अनूठा मंदिर है, जो ऐसी अनूठी परम्परा के लिए प्रसिद्ध है. यहां लोग दूर-दूर से दर्शन के लिए आते हैं और मान्यता है कि इच्छा जल्दी पूरी होती है. चलिए जानते हैं इस मंदिर की क्या है खास परंपरा. ये बिहार के कैमूर में मौजूद है. चलिए नवभारत टाइम्स के मुताबिक, आपको इस मंदिर के बारे में अच्छे से बताते हैं.

फूल के बजाए ये अर्पित करते हैं

बिहार के कैमूर में मौजूद मुसरहवा बाबा मंदिर में लोग अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए ‘बीड़ी’ चढ़ाते हैं. यह मंदिर कैमूर जिले के खुटिया इलाके में स्थित है. मंदिर में मुसरहवा बाबा की मूर्ति स्थापित की गई है और दूर-दराज के क्षेत्रों से भक्त अपनी इच्छा के साथ यहां आते हैं और ‘बीड़ी’ चढ़ाते हैं.

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दर्शन के बाद बीड़ी चढ़ाते हैं

बाबा के दर्शन के बाद, भक्त ‘बीड़ी’ की गठरी को खोलकर उसे जलाते हैं और बाबा को चढ़ाते हैं. कहा जाता है कि बीड़ी चढ़ाने से बाबा प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं. पुजारी के मुताबिक, इस मंदिर में सालों से ‘बीड़ी’ चढ़ाई जा रही है और जो नहीं चढ़ा पाते, वो वापस लौटकर बीड़ी चढाने के लिए आते हैं.

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कैसी है मान्यता

मंदिर में मुसरहवा बाबा की मूर्ति स्थापित की गई है और दूर-दराज के क्षेत्रों से भक्त अपनी इच्छा के साथ यहां आते हैं और ‘बीड़ी’ चढ़ाते हैं. मान्यता है कि लोगों के बीड़ी चढ़ाने से उनकी मनोकानाएं पूरी हो जाती हैं. बिगड़े हुए काम जल्दी बनने लगते हैं.

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.