Police Commemoration Day 2023: किसी भी देश में पुलिस फोर्स बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. पुलिस आम जनता की सेवा में हमेशा खड़ी रहती है और उन्हें पापियों से बचाने का काम करती है. देश के हर राज्य, जिले और शहर के अलग-अलग क्षेत्र में पुलिस तैनात रहती है. कभी कभी मुठभेड़ में पुलिस के जवानों को शहीद भी होना पड़ता है और उन्हें ऐसे में याद करने के लिए पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है. 21 अक्टूबर को ये खास दिन पुलिस वालों को समर्पित होता है जो आम नागरिकों की रक्षा करना का काम करती हैं. पुलिस स्मृति दिवस असल में कब से मनाना शुरू किया गया और इसका इतिहास क्या है चलिए आपको बताते हैं.

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क्यों मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस? (Police Commemoration Day 2023)

20 अक्टूबर 1959 को उत्तर-पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स की जगह तीन पुलिस दलों को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया था. ये पुलिस दल भारतीय अभियान को आगे बढ़ाने की पूरी तैयारी के साथ दल लनक ला के रास्ते पर थी. इस दिन दो दलों के सदस्य उस दिन दोपहर के समय हॉट स्प्रिंग्स में लौटे लेकिन तीसरे दल में दो पुलिस कॉन्स्टेबल और एक कमांडर वापस नहीं आए. सभी पुलिस कान्स्टेबल को खोए हुए पुलिस वालों की तलाश में लगाया गया. इस टीम का नेतृत्व डीएसपी श्री करम सिंह ने किया था और दोपहर के समय चीनी सेना के जवानों को एक पहाड़ी पर देखा गया. उन्होंने श्री करम सिंह की टीम पर गोलियां चलाई. पुलिस वालों के लिए छिपने की कोई जगह नहिं मिली तो वो घायल हो गए.

इस ऑपरेशन में भारत के 10 पुलिस कान्सटेबल शहीद हुए और 7 घायल हुए. उन घायल कान्स्टेबल को चीन की सेना ने बंदी बनाया था. लगभग 3 हफ्ते के बाद 13 नवंबर, 1959 को चीन ने 10 कर्मियों के शव लौटाए. जिनका पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ. जनवरी 1960 में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस प्रमुख के वार्षिक सम्मेलन ने फैसला लिया कि 21 अक्टूबर का दिन पुलिस स्मृति दिवस के रूप में देशभर में याद किया जाएगा. उस दिन के बाद से हर साल 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाते हुए उन शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है.

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