नमक का इस्तेमाल तकरीबन हर व्यंजन में किया जाता है. नमक के बिना खाना अधूरा लगता है. थोड़ी सी मात्रा में डाला गया नमक खाने में चार चांद लगा देता है. हालांकि नमक का इस्तेमाल भी हमें सही मात्रा में ही करना चाहिए. अगर कोई व्यक्ति ज्यादा नमक का सेवन करेगा तो उसको कई बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है. ज्यादा नमक खाने से ब्लड प्रेशर और हृदय से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है इसलिए नमक कम मात्रा में ही खाएं. अपने इस लेख में हम आपको नमक के प्रकारों से अवगत करवाएंगे.

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1. टेबल साल्ट (Table Salt)

टेबल साल्ट का इस्तेमाल आमतौर पर खाना बनाने के लिए किया जाता है. इस नमक को तैयार करने से पहले इसकी पॉलिशिंग और प्रोसेस किया जाता है. नमक में आयोडीन जैसे तत्व को डाला जाता है जिससे यह हमें थायरायड की समस्या से बचा कर रखता है. बता दें कि थायरायड की बीमारी आयोडीन की कमी के कारण उत्पन्न होती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें बच्चे के मानसिक विकास के लिए आयोडीन की पर्याप्त मात्रा का होना अति आवश्यक है. एक और जरूरी बात आपको बता दें कि अधिक मात्रा में टेबल साल्ट का सेवन नुकसानदायक साबित हो सकता है.

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2. ब्लैक साल्ट (काला नमक) (Black Salt)

हिमालियन साल्ट को आम बोलचाल की भाषा में काला नमक कहां जाता है. इस नमक की संरक्षण के लिए मिश्रित मसाले, चार्कोल और पेड़ की छाल का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अतिरिक्त इसको पूरे दिन गर्म ओवन में रखकर प्रोसेस किया जाता है. काले नमक का इस्तेमाल सूजन, बदहजमी, पेट में जलन जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए होता है.

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3. हिमालियन पिंक साल्ट (सेंधा नमक) (Himalayan Pink Salt)

यह नमक पाकिस्तान के हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है. यह नमक की शुद्ध शक्ल होती है. बता दें कि इसमें 84 प्राकृतिक और जरूरी पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को बहुत फायदा पहुंचाते हैं. इसका रंग सफेद से गहरा गुलाबी होता है. गुलाबी नमक हमारे शरीर के अंगों को सुचारू बनाए रखने में काफी कारगर साबित होता है. इस नमक के माध्यम से हम अपने ब्लड शुगर को कंट्रोल में रख सकते हैं. यह ब्लड सेल के pH में सुधार के साथ मांसपेशियों में ऐंठन को भी कम करता है.

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4. सी साल्ट (समुद्री नमक) (Sea Salt)

समुद्री जल के वाष्पीकरण से समुद्री नमक को तैयार किया जाता है. इस नमक को कम रिफाइन करने की आवश्यकता पड़ती है. इसमें आयोडिन की उच्च मात्रा पाई जाती है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें नमक की हर किस्म से हमें पौष्टिक फायदे प्राप्त होते हैं. आयोडीन युक्त नमक अन्य नमक के मुकाबले ज्यादा मुफीद होता है. थायरायड की समस्या से बचने के लिए नमक का सेवन जरूरी है. नमक का सेवन इंसान को कम मात्रा में ही करना चाहिए वरना ब्लड प्रेशर, हृदय से संबंधित रोगों की समस्याएं बढ़ सकती है. विशेषज्ञों के अनुसार एक चम्मच नमक में 2300 मिलीग्राम सोडियम की मात्रा पाई जाती है. एक इंसान के लिए 1 दिन में इतना आयोडीन काफी होता है लेकिन अगर किसी व्यक्ति को ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है तो उसे इसकी मात्रा घटाकर तीन चौथाई चम्मच कर देनी चाहिए. तीन चौथाई चम्मच में लगभग 1500 मिलीग्राम सोडियम की मात्रा होती है.

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