महाराष्ट्र (Maharashtra) के कोलाबा विधानसभा सीट से राहुल नार्वेकर (Rahul Narvekar) विधायक है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने पहले उनका शिवसेना और एनसीपी से भी गहरा नाता रह चुका है. राहुल नार्वेकर पेशे से वकील हैं. बता दें कि राहुल नार्वेकर महाराष्ट्र विधान परिषद के सभापति रामराजके नाइक के दामाद हैं.

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राहुल के पिता सुरेश नार्वेकर पार्षद रहे हैं. राहुल नार्वेकर 2014 में शिवसेना थे. उस समय लोकसभा चुनाव में नार्वेकर को चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं मिला था. टिकट के लिए शिवसेना के मना करने के बाद वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल हो गए थे.

एनसीपी ने मावल लोकसभा क्षेत्र से राहुल नार्वेकर को चुनावी मैदान में उतारा था. लेकिन उनको हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद वह 2020 में बीजेपी में शामिल हुए थे, जिसके बाद वो विधायक बने थे और अब वो महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर बन गए हैं.राहुल नार्वेकर राजनीतिक परिवार से संबंध रखते हैं.

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विधानसभा के स्पीकर बने राहुल नार्वेकर

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना को एक और बड़ा झटका लगा है. महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) गुट के उम्मीदवार राहुल नार्वेकर (Rahul Narwekar) की जीत हो गई है. नार्वेकर महाराष्ट्र के कोलाबा विधानसभा सीट से विधायक हैं.आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राहुल के समर्थन में 164 वोट मिले जबकि उन्हें जीत के लिए 144 वोट की आवश्यकता थी.

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न्यूज़ एजेंसी से ANI से मिली जानकारी के अनुसार, भाजपा उम्मीदवार राहुल नार्वेकर महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए.उन्हें समर्थन में कुल 164 मिले और उनके खिलाफ 107 वोट पड़े.

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किसे मिले कितने वोट?

एबीपी न्यूज़ के अनुसार, महाराष्ट्र विधानसभा में जब स्पीकर को लेकर मतदान शुरू हुआ. तो शुरुआत से ही भारतीय जनता पार्टी के राहुल नार्वेकर ने बढ़त बना ली. इसके बाद नार्वेकर ने 164 वोट पाकर जीत हासिल की. बहुमत के लिए उनको 144 वोटों की आवश्यकता थी. वहीं एमवीए की ओर से उम्मीदवार बनाए गए राजन साल्वी को कुल 107 वोट मिले. आपको खास बता बता दें कि एमएनएस की तरफ से भी बीजेपी उम्मीदवार को वोट किया गया. तो वहीं सपा के दो विधायकों और एआईएमआईएम के विधायकों ने वोट करने से मना कर दिया. CPI के विधायक विनोद निकोले के MVA के पक्ष में वोट दिया.