भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshiyari) भारतीय जनता पार्टी से सम्बधित एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं. वे महाराष्ट्र के राज्यपाल (Governor) हैं. उन्होंने भाजपा  (BJP) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तराखंड (Uttarakhand) के लिए पार्टी के पहले राज्य अध्यक्ष के रूप में कार्य किया.

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जन्म

भगत सिंह कोश्यारी का जन्म उत्तराखण्ड के कुमांऊँ क्षेत्र के बागेश्वर जिले के एक गावं में 17 जून 1942 को हुआ था. उन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा अल्मोड़ा में पूरी की और इसके बाद कोश्यारी ने आगरा विश्वविद्यालय से अंग्रेज़ी साहित्य में आचार्य की उपाधि प्राप्त की.

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राजनैतिक जीवन

भगत सिंह कोश्यारी अपने शिक्षणकाल में ही आरएसएस के लिए समर्पित कर चुके हैं. वर्ष 2005-2007 के बीच वे बीजेपी के उत्तराखण्ड राज्य के प्रमुख थे.

वर्ष 1977 में आपातकाल के दौरान भगत सिंह कोश्यारी ने विरोध किया और उन्हें बंदी बनाया गया. इसके बाद उनको उत्तरांचल (अब उत्तराखण्ड) सिंचाई,ऊर्जा, नून और विधायी मामलों का मंत्री बनाया गया है.

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इसके बाद वे वर्ष  2001 में नित्यानन्द स्वामी के स्थान पर मुख्यमंत्री बने. उन्होंने उत्तराखण्ड में भाजपा के राज्य अध्यक्ष का भी पदभार सम्भाला. 2002 में राज्य के विधानसभा के चुनाव में अपने दल की हार के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री का पद का त्याग किया और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता बने.

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उन्होंने 2002 से 2007 तक विधानसभा में नेता विपक्ष की जिम्मेदारी संभाली और 2007 से 2009 तक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली. 2008 से 2014 तक उत्तराखंड से राज्यसभा के सदस्य भगत सिंह कोश्यारी राज्यसभा के सदस्य चुने गए थे. वे 2014 में बीजेपी ने नैनीताल सीट संसदीय सीट से जीत हासिल कर लोकसभा सदस्य चुने गए, लेकिन 2019 में पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया. इसके बाद मोदी सरकार ने उन्हें महाराष्ट्र के राज्यपाल की जिम्मेदारी सौंपी है.