भारतीय राजनीति के दिग्गज नेता शरद यादव (Sharad Yadav) का निधन हो गया है. 75 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. भारतीय राजनीति में उन्हें मंझे राजनीतिज्ञ के रूप में जाना जाता था. शरद यादव ने मध्य प्रदेश से लेकर उत्तर प्रेदश और बिहार की राजनीति में अहम योगदान दिया था.लालू यादव और मुलायम सिंह यादव जैसे बड़े राजनीतिज्ञ के साथ उन्होंने अपनी राजनीति कि शुरुआत की थी. शरद यादव और लालू यादव का संबंध काफी पुराना रहा है. लालू यादव के साथ वह कभी जनता दल में कार्य किया था. हालांकि, दोनों के बीच काफी विरोध भी था. लेकिन राजनीति के आखिरी समय में वह लालू यादव के साथ हो गए थे और अपनी पार्टी का लालू यादव की पार्टी में विलय कर लिया था.

यह भी पढ़ेंः इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडलिस्ट शरद यादव का राजनीतिक सफर 10 प्वाइंट में जानें

शरद यादव के निधन पर लालू यादव काफी भावुक दिखे. लालू यादव इस वक्त सिंगापुर में इलाज करवा रहे हैं. लेकिन उन्हें जैसे ही शरद यादव के निधन की खबर मिली तो वह काफी भावुक हो गए. उन्हें अपने ट्विटर से एक भावुक वीडियो जारी कर शरद यादव को श्रद्धांजलि दी और उन्हें याद किया. लालू यादव ने कहा, शरद भाई…ऐसे अलविदा नहीं कहना था.

बड़े भाई के निधन का खबर सुनकर काफी विचलित हुआ हूं, काफी दुखी हूं और काफी आघात पहुंचा है.शरद यादव जी, मुलायम सिंह जी, नीतीश कुमार और सभी नेता के साथ मिलकर राजनीति करते आए हैं. आज एकाएक खबर आयी है. मैं सिंगापुर में हूं. शरद यादव महान समाजवादी नेता थे और स्पष्टवादी थे. मुझसे उनकी कई बार लड़ाई भी हुई है. बोलने के मामले में विचारों के रखने के मामले में.. लेकिन लड़ाई के बाद कोई कटु बात नहीं रहती थी. लाखों मित्रों को छोड़कर चले गए. मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं उनके आत्मा को शांति दे.

यह भी पढ़ेंः Sharad Yadav Family: शरद यादव के परिवार में कौन-कौन हैं और क्या करते हैं

अपने ट्वीट के कैप्शन में उन्होंने लिखा, अभी सिंगापुर में रात्रि में के समय शरद भाई के जाने का दुखद समाचार मिला. बहुत बेबस महसूस कर रहा हूँ. आने से पहले मुलाक़ात हुई थी और कितना कुछ हमने सोचा था समाजवादी व सामाजिक न्याय की धारा के संदर्भ में. शरद भाई…ऐसे अलविदा नही कहना था. भावपूर्ण श्रद्धांजलि!

यह भी पढ़ेंः दिग्गज नेता शरद यादव के निधन पर पीएम मोदी समेत किस नेता ने क्या कहा

आपको बता दें, शरद यादव ने अपनी राजनीतिक करियर में सबसे ज्यादा समय बिहार में बिताया. वह मधेपुरा लोकसभा सीट से सबसे ज्यादा समय तक लोकसभा सांसद रहे. वहीं, वह बिहार से ही कई बार राज्यसभा सांसद भी रहे.