ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIDUF) के प्रमुख व असम के राजनेता बदरुद्दीन अजमल (Badruddin Ajmal) ने दो दिसंबर को अपने बयान से एक नया विवाद खड़ा कर दिया. उन्होंने हिंदुओं को जनसंख्या बढ़ाने की सलाह देते हुए कहा है कि हिन्दुओं को ‘मुस्लिमों का फॉर्मूला’ अपनाकर अधिक बच्चे पैदा करने चाहिए.   

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बदरुद्दीन अजमल ने दिया ये बयान 

बदरुद्दीन अजमल ने कहा, “मुस्लिम लड़के 20-22 साल में शादी कर लेते हैं, लड़कियां 18 साल सरकार ने इजाजत दी है उसके बाद शादी कर लेती हैं. वो लोग 40 साल से पहले एक, दो-तीन गैरकानूनी बीवियां रखते हैं. वहां बच्चा होने नहीं देते हैं. उनका खर्चा वो बचाते हैं. मजा उड़ाते हैं. 40 साल के बाद जब मां-बाप दबाव बनाते हैं या कहीं फंस गए तो एक शादी कर लेते हैं. 40 साल के बाद उनमें बच्चा पैदा करने की क्षमता कहां रहती है.”

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बदरुद्दीन अजमल ने आगे कहा, “जो लोग टाइम पर फर्टाइल जमीन के ऊपर जब आप मिट्टी डालोगे और दवा डालोगे तो वहां से धान ही धान उगेगा, खेती अच्छी होगी. उनको भी अपनाना चाहिए मुसलमानों के इस फॉर्मूले को. अपने बच्चों की 20-22 साल, लड़कियों की 18-20 की उम्र में शादी कराओ, फिर आपके यहां भी बच्चे पैदा होंगे. लेकिन दो नंबरी धंधा मत करो.”

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बदरुद्दीन अजमल ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की हाल ही में श्रद्धा वाकर हत्याकांड के संदर्भ में “लव जिहाद” पर की गई टिप्पणियों पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री आज देश के शीर्ष नेताओं में से एक हैं. तो उन्हें कौन रोक रहा है, आप भी चार-पांच ‘लव जिहाद’ करो और हमारी मुस्लिम लड़कियों को ले जाओ. हम इसका स्वागत करेंगे और लड़ाई भी नहीं करेंगे. यह भी देखा जाएगा कि आपके पास कितनी शक्ति है.”

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बदरुद्दीन अजमल असम राज्य के एक भारतीय व्यवसायी, राजनेता और इस्लामी धर्मशास्त्री हैं. वह धुबरी लोकसभा क्षेत्र से तीन बार के सांसद हैं.