समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की सोमवार 10 अक्टूबर को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. वह 82 वर्ष के थें. मुलायम सिंह यादव हालत पिछले कुछ हफ्तों से “बहुत गंभीर” थी और वह जीवन रक्षक दवाओं पर थे. पार्टी प्रमुख और मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्विटर पर नेता के निधन की खबर की पुष्टि की. उन्होंने पार्टी के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया, “मेरे अदारनिया पिता और सभी के नेताजी नहीं रहे- अखिलेश यादव.”

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कई बीमारियों से जूझ रहे थे

मुलायम सिंह यादव 2 अक्टूबर से मेदांता के आईसीयू में भर्ती थे. फिर उनका बीपी और ऑक्सीजन लेवल कम होने लगा. हालांकि इससे पहले भी मुलायम सिंह को कई बीमारियां थीं. मुलायम सिंह को सीने में संक्रमण, सांस लेने में तकलीफ और यूरिन इन्फेक्शन की भी समस्या थी. हालांकि, 1 अक्टूबर को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया. जिसके बाद वे पिछले आठ दिनों से लगातार आईसीयू में भर्ती थे.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी श्रद्धांजलि

मुलायम सिंह यादव के निधन की खबर के तुरंत बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिग्गज नेता के साथ अपने जुड़ाव को याद किया और ट्वीट किया: “श्री मुलायम सिंह यादव जी एक विलक्षण व्यक्तित्व के धनी थे. उन्हें एक विनम्र और जमीन से जुड़े नेता के रूप में व्यापक रूप से सराहा गया, जो लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील थे. उन्होंने लगन से लोगों की सेवा की और लोकनायक जेपी और डॉ. लोहिया के आदर्शों को लोकप्रिय बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया.”