महाराष्ट्र में सियासी घमासान के बीच बीजेपी की पैनी नजर शुरू से ही थी. शिवसेना लगातार बीजेपी पर आरोप लगा रही है कि, बागी विधायकों को डराकर और लालच देकर उन्हें बगावत के लिए उकसाया है. बीजेपी के संरक्षण में एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ पूरा ये सियासी खेल रचा है. हालांकि, उद्धव ठाकरे जिस तरह से इस्तीफा के ऐलान के वक्त अपना बयान दिया. उससे बागी विधायकों में कुछ के फैसले डगमगा सकते हैं. इसलिए बीजेपी अभी भी सतर्क है.

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बीजेपी नहीं चाहती है कि, महाराष्ट्र में उनकी सरकार बनने से पहले कोई भी बागी विधायक इधर-उधर हो. हालांकि, बीजेपी की ओर से सफाई दी जाती रही है कि, उनका इस सियासी खेल में किसी तरह का हाथ नहीं है. लेकिन जिस तरह से बीजेपी उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद खुशी जता रही है. उससे साफ है कि उन्होंने जो खेल शुरू किया अब वह अंजाम तक पहुंचनेवाला है. लेकिन डर ये भी है कि उनका ‘खेला’ कहीं बिगड़ न जाए. ऐसा इसलिए कि महाराष्ट्र बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि, विधायक शपथ के दिन ही मुंबई वापस लौटें.

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समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, महाराष्ट्र बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील से उनके आगे के फैसले के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, मैं उन सभी शिवसेना विधायकों से जो कल मुंबई आ रहे हैं. उनसे मैं अपील करता हूं कि वह कल मुंबई न आएं. उन्होंने कहा कि, सभी विधायकों को शपथ के दिन ही वापस आना चाहिए.

वहीं, बीजेपी के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से आगे की रणनीति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, कल (30 जून) सारी बातें पता चल जाएगी. फडणवीस ने इससे आगे कुछ नहीं कहा.

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साफ है कि बीजेपी अभी अपने पूरे पत्ते खोलना नहीं चाहती. वह शुरू से वेट एंड वॉच पर टिकी थी. वह अभी भी अंतिम निर्णय सभी को नहीं बताना चाहते हैं. फडणवीस के साथ साल 2019 में भी ऐसा ही हुआ था. जब उनकी सरकार बनी लेकिन अगले ही दिन गिर गई थी. ऐसे में वह इस बार हर कदम सोचकर आगे बढ़ा रहे हैं. फडणवीस पहले ही दिल्ली में आलाकमान से बात कर के आए हैं. ऐसे में वह किसी तरह की चूक नहीं करना चाहते हैं.