महाराष्ट्र सियासी घमासान के बीच उद्धव ठाकरे ने सीएप पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है. ये फैसला उद्धव ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले आने के बाद लिया है. यही नहीं उद्धव ठाकरे ने विधान परिषद सदस्यता से भी इस्तीफा देने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि, मुझे ये कुर्सी नहीं चाहिए. मैं बस शिवसेना को आगे बढ़ते देखना चाहता हूं. लेकिन मुझे जो धोखा मिला वह मैंने कभी नहीं सोचा था.

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सुप्रीम कोर्ट के फैसला आने के तुरंत बाद ही उद्धव ठाकरे ने लोगों को संबोधित किया. उन्होंने इस दौरान अपनी दिल की पूरी भरास निकाली और जिन बागियों ने उन्हें धोखा दिया उन्हें खूब सुनाया. उद्धव ठाकरे ने कहा बागियों ने मुझे ही नहीं बाला साहेब ठाकरे को धोखा दिया है. जिनके बेटे को सीएम की कुर्सी से इस तरह नीचे उतारा.

उद्धव ठाकरे ने कहा कि, मैं केवल सीएम पद से ही बल्कि विधान परिषद सदस्यता भी छोड़ रहा हूं. ये वह जगह है जहां मुझे कभी जाना ही नहीं था.

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उद्धव ठाकरे ने कहा कि, जिन लोगों ने मुझे धोखा दिया. उन्हें ये नहीं करना चाहिए था. जिन लोगों को मैंने बनाया जिसे खड़ा किया वही लोग शिवसेना को बर्बाद करने पर तुल गए हैं. ये सभी को पता है. मैं शिवसेना को फिर से आगे बढ़ाउंगा. शिवसेना को मुझसे कोई नहीं छिन सकता.

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आपको बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को फ्लोर टेस्ट करवाने को कहा है. ऐसे में 30 जून को फ्लोर टेस्ट होना था. लेकिन अब उद्धव ठाकरे ने इससे पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.