ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को बिहार में बड़ा झटका लगा है. बिहार में AIMIM के चार विधायक बुधवार (29 जून) को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में शामिल हो गए हैं. AIMIM ने नवंबर 2020 के विधानसभा चुनावों में 20 विधानसभा सीटों में से पांच पर जीत हासिल कर प्रभावशाली प्रदर्शन किया था.

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जीतने वाले पांच विधायक अख्तरुल ईमान (अमौर निर्वाचन क्षेत्र), मोहम्मद इज़हर असफी (कोचादामम), शाहनवाज आलम (जोकीहाट), सैयद रुकनुद्दीन (बैसी) और अजहर नईमी (बहादुरगंज) हैं. अख्तरुल को छोड़कर बिहार में AIMIM के बाकी चार विधायक RJD में शामिल हो गए हैं. इसके चलते अब 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में 80 विधायकों के साथ RJD सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. 

विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “बिहार AIMIM के पांच विधायकों में से चार आज हमारी पार्टी में शामिल हो गए हैं. हम उनका स्वागत करते हैं. अब हम बिहार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी हैं.”

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AIMIM को बिहार में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में 1.24 प्रतिशत (5,23,279) वोट मिले थे. वह ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट का हिस्सा थी. इस गठबंधन ने बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था. गठबंधन ने उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया था. हालांकि, कुशवाहा ने अपनी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) का विलय नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल (यूनाइटेड) में कर लिया. 

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2020 में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा था कि सीमांचल इलाके में AIMIM ने उसके वोट काटने का काम किया है. AIMIM ने सीमांचल क्षेत्र में 14 उम्मीदवार खड़े किए थे, जिसमें चार जिले पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज और अररिया शामिल हैं. इस इलाके में मुस्लिम जनसंख्या ज्यादा है और ये कांग्रेस-RJD का मजबूत गढ़ माना जाता रहा है.