महाराष्ट्र में सियासी उठा पटक के बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया. उन्होंन न केवल सीएम पद से बल्कि विधान परिषद की सदस्ता से भी इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है. सुप्रीम कोर्ट के फैसला आने के बाद ही उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव के जरिए जनता से जुड़े और उन्होंने अपना फैसले का ऐलान कर दिया. हालांकि, अपने इस्तीफे के ऐलान के साथ-साथ उद्धव ठाकरे ने कई बड़ी बातें कहीं. जिसमें उन्होंने कहा कि, शिवसेना उनसे कोई छीन नहीं सकता है. वह अब शिवसेना को और आगे और मजबूत बनाएंगे. वहीं, उन्होंने शिवसेना से बगावत करने वाले नेताओं को भी अपने मन की पूरी बात सुनाई.

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उद्धव ठाकरे की 10 बातें जो उन्होंने अपने संबोधन में कहा

1. आज मंत्रिमंडल की बैठक हुई, मुझे इसका संतोष है कि बालासाहेब ठाकरे ने जिन शहरों का जो नाम रखा था, औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव आज हमने उनको वे नाम आधिकारिक तौर पर दिए हैं.

2. NCP और कांग्रेस के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मेरा साथ दिया. आज शिवसेना से सिर्फ मैं, अनिल परब, सुभाष देसाई और आदित्य ये चार ही लोग उस प्रस्ताव के पास होने के समय मौजूद रहे.

3. आज कैबिनेट समाप्त होने के बाद अशोक चव्हाण ने मुझे कहा कि हम आपके साथ हैं अगर इसलिए दिक्कत हो रही है तो हम महा विकास आघाडी के बाहर जाते हैं और आप को बाहर से समर्थन देते हैं लेकिन मैंने कहा नहीं ऐसा नहीं होता.

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4. मैं आया भी अनपेक्षित रूप से था और जा भी अनपेक्षित रूप से रहा हूं. मतलब हमेशा के लिए नहीं जा रहा हूं मैं यहीं रहूंगा और शिवसेना भवन में फिर जा कर बैठूंगा, अपने सभी लोगों को एकत्र करूंगा.

5. उद्धव ठाकरे ने कहा जिसको मैंने बड़ा किया वो मेरा पाप है और मैं उस पाप को आज भोग रहा हूं. बाला साहब के लड़के ने जिसे बड़ा बनाया उसे कुछ लोगों ने नीचे कर दिया.

6. उद्धव ठाकरे ने कहा बागियों ने मुझे ही नहीं बाला साहेब ठाकरे को धोखा दिया है.

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7. CM पद छोड़ने का कोई दुख नहीं है. उद्धव ने कहा कि मैं नहीं चाहता कि शिव सैनिक सड़क पर उतरें.

8. आपकी नाराजगी किस बात की है, गुवाहाटी और सूरत जाने की बजाए मुझे बताएं. मैंने हमेशा आपकी भावनाओं का सम्मान किया है.

9. कल होने वाले फ्लोर टेस्ट से मुझे कोई मतलब नहीं है. मुझे इसमें कोई रूचि नहीं है. किसके पास कितनी संख्या मुझे इससे कोई मतलब नहीं है. 

10. मैं हमेशा के लिए नहीं जा रहा हूं, मैं यहां रहूंगा, और मैं एक बार फिर शिवसेना भवन में बैठूंगा.