आगरा के पारस अस्पताल के मालिक डॉक्टर अरिंजय जैन का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक ‘मॉक-ड्रिल’ का जिक्र कर रहे हैं, जिसके तहत उन्होंने अपने हॉस्पिटल में मरीजों को मिलने वाले ऑक्सीजन 5 मिनट के लिए बंद कर दी थी और इससे 22 मरीज नीले पड़ गए थे. वायरल वीडियो के मुताबिक, इससे उन्हें ऐसे मरीजों का पता चल गया था जो ऑक्सीजन की कमी से मर सकते थे. वायरल वीडियो 28 अप्रैल का है.
अब आगरा के जिलाधिकारी प्रभु नारायण सिंह ने मामले में करवाई करते हुए पारस अस्पताल को सील कर दिया है और अस्पताल में मौजूद मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट करने का आदेश दिया है.
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वीडियो में डॉक्टर क्या कह रहे हैं?
वायरल वीडियो में डॉक्टर कह रहे हैं कि उन्होंने अपने हॉस्पिटल में एक मॉक ड्रिल के दौरान ऑक्सीजन 5 मिनट के लिए बंद की. उन्होंने बताया कि इसमें ऐसे 22 मरीज सामने आए जिनकी ऑक्सीजन की कमी से मौत हो सकती थी. डॉक्टर ने किसी मरीज की मौत की बात नहीं की है. डॉक्टर का कहना है कि मॉक ड्रिल गंभीर मरीजों को पहचानने के लिए किया था, जिससे मालूम चल जाए कि किसे ऑक्सीजन की ज्यादा जरुरत है. डॉक्टर ने बताया कि ऐसे 74 मरीज जो गंभीर नहीं थे उन्हें अपना ऑक्सीजन सिलेंडर लाने को कहा.
मामले में आगरा के डीएम ने क्या कहा?
आगरा के डीएम प्रभु नारायण सिंह ने इस मामले में कहा, “तथ्य यह है कि उस दिन (26 अप्रैल को) कोविड के कारण 4 और अगले दिन 3 और मौतें हुईं. 97 मरीज भर्ती थे. एडीएम (शहर) और अतिरिक्त सीएमओ श्री शर्मा को नामित किया गया है. हम वीडियो की पुष्टि करेंगे और उसके अनुसार जांच करेंगे. लेकिन 22 मौतों की रिपोर्ट गलत है. अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं.”
डीएम ने आगे बताया, “हमने 28 अप्रैल को उनके निजी कक्ष में हुई निजी बातचीत की जांच की है. प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि पारस अस्पताल को 121, 117 और 135 डी-टाइप सिलेंडर प्रदान किए गए थे और आवश्यकता के अनुसार वे पर्याप्त थे.”
मामले में यूपी के स्वास्थ्य मंत्री ने कही ये बात
यूपी के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि शिकायत मिली है कि पारस अस्पताल में ऑक्सीजन मुहैया कराने में दिक्कत आ रही थी, जांच चल रही है, जांच पूरी होने के बाद अधिक जानकारी दी जाएगी.
बता दें कि सोशल मीडिया पर कई लोग मॉकड्रिल के चलते 22 लोगों की मौत की बात कर रहे हैं, हालांकि वायरल वीडियो में डॉक्टर ने कहीं भी 22 मरीजों की मोत की बात नहीं की है. इसके साथ ही आगरा के डीएम ने भी इस दावे को गलत बताया है.
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