World Pneumonia Day 2022: निमोनिया  ( Pneumonia Infection) वायरस बैक्टीरिया और पैरासाइट्स से होने वाला फेफड़ों का एक संक्रमण है. निमोनिया होने पर फेफड़ों के ऊतकों में सूजन आ जाती है. इसकी वजह से उनकी कार्यक्षमता पर असर बुरा असर पड़ता है. विश्वभर में 12 नवंबर (World Pneumonia Day 2022 Date) को विश्व निमोनिया दिवस मनाया जाता है. निमोनिय की एक वजह प्रदूषण  (Pollution)का बढ़ता स्तर भी है. आइए जानते हैं कि निमोनिया क्यों होता है, इसके लक्षण और बचाव के उपाय के बारे में.

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निमोनिया क्या है?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि किसी भी संक्रमण की वजह से फेफड़े में सूजन होती है,जिसे निमोनिया कहा जाता है.लेकिन अधिकतर निमोनिया बैक्टीरिया के संक्रमण की वजह से होता है. इन्फ्लूएंजा या फिर कोरोना वायरस जैसे वायरल संक्रमण भी फेफड़ों पर बुरा असर पड़ता है. और उन्हें गंभीर क्षति पहुंचा सकते हैं.

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निमोनिया के लक्षण

-उल्टी आना या महसूस होना

-ब्लड प्रेशर कम होना

-बेचैनी होना

-कमजोरी महसूस होना

-फेफडों का संक्रमण

-तेज सांस फूलना

-सीने में दर्द

-कई दिन तक सर्दी व जुकाम रहना

-तेज बुखार आना

-खांसी आना

-कभी-कभी खांसी में खून आना

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निमोनिया के कारण

-कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता

-स्टेरायड का ज्यादा सेवन

-टीबी का संक्रमण

-कोरोना का संक्रमण

-शुगर लेवल अनियंत्रित रहना

-बचों और किशोरों में पोषक तत्वों का अभाव

-धूम्रपान

-अल्कोहल का सेवन

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निमोनिया का उपचार

निमोनिया के उपचार डॉक्टर फेफडों का एक्स-रे, जरुरत होने पर सीटी स्कैन टेस्ट करवाते है. कुछ मामलों में बलगम का टेस्ट भी किया जाता है. निमोनिया के इन्फेक्शन को खत्म करने के लिए एंटीफंगल और एंटीवायरल का प्रयोग किया जाता है. संक्रमण की शुरुआत में सही पहचान और उपचार मिलने पर मरीज एक हफ्ते में घर पर ही रहकर ठीक हो जाता है. वहीं, जटिल मामलों पर हॉस्पिटल में रहकर कई हफ़्तों तक उपचार लेना पड सकता है.

(नोटः ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह जरूर लें.)