सभी को रोजाना एक सेब का सेवन जरूर करना चाहिए. इससे आप कई बीमारियों से बच सकते हैं. डायबिटीज (Diabetes) पेशेंट्स को एक गलतफहमी होती है कि वह सेब का सेवन नहीं कर सकते क्योंकि उसके अंदर मिठास होती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सेब का सेवन करने से शरीर में इंसुलिन की क्षमता बढ़ती है जिससे ब्लड शुगर (Blood Sugar) लेवल कम हो जाता है. सेब में भी डायबिटीज रोगी को ग्रीन एप्पल का सेवन करना चाहिए. ये उनके लिए बेस्ट रहेगा. एक अध्ययन से पता चला है कि लाल सेब से ज्यादा हरा सेब खाने में टेस्टी और हेल्दी होता है.

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हरे सेब के अंदर पाए जाने वाले पोषक तत्व

डीएनए इंडिया डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, हरे सेब के अंदर कैल्शियम, प्रोटीन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, कॉपर, आयरन, जिंक, विटामिन-ए और विटामिन-के जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. बता दें कि हरे सेब के सेवन से डायबिटीज टाइप 2 के खतरे को बहुत हद तक कम किया जा सकता है. सेब के अंदर भरपूर मात्रा में पॉलिफिनॉल्स मौजूद होता है. ये शरीर में अच्छी खासी मात्रा में इंसुलिन रिलीज करवाने में सहायक है.

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जानिए हरा सेब कैसे इंसुलिन बढ़ाने का करता है काम

लाल सेब का स्वाद थोड़ा ज्यादा मीठा होता है, लेकिन हरे सेब में कम मिठास होती है और फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स ज्यादा होते हैं. ये ब्लड शुगर लेवल को कम करने में सहायक है. सेब में पाई जाने वाली अधिकांश चीनी फ्रूक्टोज के रूप में होती है जिसका पूरे फल के रूप में सेवन करने पर ब्लड शुगर बैलेंस रहता है. इसके अतिरिक्त सेब इंसुलिन प्रतिरोध में सुधार करने का काम करता है. बता दें कि इंसुलिन एक ऐसा हार्मोन है जो ब्लड में शुगर पहुंचाता है. अगर आप रोजाना एक हरा सेब खाते हैं तो उसमें मौजूद विशिष्ट फ्लेवोनॉयड्स जैसे क्वेरसेटिन, कार्ब पाचन को धीमा करके ब्लड शुगर लेवल को बेहतर बनाने में कारगर है.

(नोटः ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह जरूर लें.)