एड्स ( Aids) एक ऐसी बीमारी है जिसका अभी तक कोई पक्का इलाज नहीं बना है. इस बीमारी को सिर्फ दवाइयों से नियंत्रित किया जा सकता है. यदि किसी को ये बीमारी हो जाती है तो उसे सिर्फ के सहारे रहना पड़ता है. एड्स की बीमारी एचआईवी वायरस (HIV Virus) से होती है. जिसे ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस (Human Immunodeficiency Virus) कहा जाता है. ये वायरस इतना खतरनाक होता है कि इम्यून सिस्टम को वीक कर देता है.

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बता दें कि एचआईवी वायरस का समय पर इलाज न होने की वजह से एड्स की बीमारी बनती है. यदि एचआईवी वायरस का सही समय पर पता लग जाए और समय रहते ठीक इलाज हो जाए तो इस बीमारी से बचा जा सकता है. जिस प्रकार एड्स एक खतरनाक जानलेवा बीमारी है उसी प्रकार इस बीमारी के लक्षण भी जल्दी सामने आ जाते हैं लेकिन ये आप पर निर्भर करता है कि आप इसके लक्षणों को पहचान पाते हैं या नहीं. डॉक्टरों का कहना है कि एड्स की बीमारी से बचने के लिए समय पर इसके लक्षणों को पहचान कर इलाज करवा लेना उचित है.

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जानें क्या हैं एड्स के लक्षण

वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. कवलजीत सिंह ने जानकारी दी है कि अगर किसी को एचआईवी हो गया है तो उसे  बार-बार यूरिन जाने की समस्या भी हो सकती है. लेकिन अधिकतर मामलों में लोग इसे किडनी इंफेक्शन समझ लेते है,ध्यान रहे कि  ये एचआईवी का लक्षण भी हो सकता है. ऐसा होने पर यूरिन पास करते समय दर्द होता है और यूरिन से ब्लड निकलता है. इसके लक्षण में रेक्टम के हिस्से में कभी कभी तेज दर्द हो सकता है, अगर किसी व्यक्ति को ये सब परेशानी महसूस हो रही है हैं तो बिना समय गवाए अपने पास के स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच करा लें.  इसके अलावा प्रोस्टेट ग्लैंड में सूजन, प्राइवेट पार्ट में कोई घाव होना भी एचआईवी का लक्षण हो सकता है.

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ऐसे की जाती है जांच

डॉक्टर बताते हैं कि एचआईवी की जांच करना कोई कठिन नहीं है.  किसी भी नजदीकी अस्पताल में एचआईवी की जांच आसानी से हो जाती है. इसके लिए एचआईवी केंद्र पर ब्लड सैंपल लिया जाता है, और एक एंटीबॉडी टेस्ट किया जाता है. अगर ये रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो व्यक्ति को एचआईवी संक्रमित माना जाता है. इसके अलावा एक न्यूक्लिक एसिड टेस्ट भी किया जाता है,  इसमें एचआईवी की पुष्टि होने पर तुरंत इलाज कराना चाहिए. एचआईवी के मामले में  लापरवाही करने और देरी से इलाज कराने पर ये वायरस एड्स की बीमारी बन जाता है, जो जानलेवा साबित हो सकती है. अगर किसी व्यक्ति को पहले से ही कोई अन्य गंभीर बीमारी है और उससे बाद एचआईवी भी हो जाता है तो ये काफी खतरनाक माना जाता है.