कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) फैट्स के समान मोम जैसा
पदार्थ है. कोशिका झिल्ली, विटामिन डी और बहुत कुछ बनाने के लिए आपके शरीर को इसकी एक निश्चित
मात्रा की आवश्यकता होती है. आपका लीवर स्वाभाविक रूप से आपके लिए आवश्यक सभी
कोलेस्ट्रॉल बनाता है. हालांकि, कुछ स्वास्थ्य
स्थितियां और व्यवहार आपके ब्लड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकते हैं. हाई कोलेस्ट्रॉल
आपके स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकता है. यह आपके हृदय रोग और स्ट्रोक के
जोखिम को बढ़ाता है. तो आइये जानते है कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के पीछे का कारण.

यह भी पढ़ें: High Cholesterol Foods: कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए इन चीजों के सेवन से बचें

किन कारणों से कोलेस्ट्रॉल लेवल होता
है हाई
?  

आजतक न्यूज़ रिपोर्ट के मुताबिक, कोलेस्ट्रॉल के अचानक बढ़ने के पीछे
का कारण आपका असंतुलित आहार, शारीरिक गतिविधि
की कमी और मोटापा शामिल हो सकता है.

यदि आपके शरीर में उच्च कोलेस्ट्रॉल
है, तो डॉक्टर आपको आहार बदलने, प्रतिदिन शारीरिक गतिविधि करने और धूम्रपान न करने के लिए कह
सकते हैं.

यह भी पढ़ें: High Cholesterol होने पर मिलते हैं ये संकेत, इन बातों का जरूर रखें ख्याल

कीस कारण से अचानक से बढ़ता है
कोलेस्ट्रॉल लेवल
?

कुछ मामलों में, कोलेस्ट्रॉल
का स्तर काफी तेजी से बढ़ता है. कोलेस्ट्रॉल के स्तर में अचानक वृद्धि के कारणों
में शामिल हैं ये बातें.

यह भी पढ़ें: जल्द से जल्द पिघल जाएगा सारा Cholesterol, बस एक महीने पिएं ये ड्रिंक्स

कॉफी का अत्यधिक सेवन

कॉफी में कैफीन अधिक मात्रा में पाया
जाता है, जिसके अधिक सेवन से आपका ब्लड प्रेशर बढ़
सकता है. इसका ज्यादा सेवन करने से आपका कोलेस्ट्रॉल भी हाई हो सकता है.

स्मोकिंग

धूम्रपान आपके स्वास्थ्य के लिए
हानिकारक कारक है, यह न केवल आपके फेफड़ों को प्रभावित
करता है बल्कि यह आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल को भी बढ़ा सकता है.

यह भी पढ़ें:  हाई कोलेस्ट्रॉल के दौरान शरीर देता है ये संकेत, भूलकर भी न करें इग्नोर

साइकोलॉजिकल स्ट्रेस

तनाव और कोलेस्ट्रॉल के स्तर के बीच
गहरा संबंध है. मनोवैज्ञानिक तनाव के कारण शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर
अचानक से बहुत ज्यादा बढ़ने लगता है. यह हार्मोन कोर्टिसोल के कारण हो सकता है,
जो तनाव के दौरान बढ़ जाता है.

दवाइयां

कुछ दवाएं ऐसी हैं जिनके रोजाना सेवन
से आपका ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल दोनों बढ़ सकता है. ऐसे में आपको कोई भी दवा
डॉक्टर की सलाह पर ही लेनी चाहिए. इन दवाओं में बीटा ब्लॉकर्स, डैनाज़ोल, रेटिनोइड्स, एंटीवायरल
ड्रग्स, एंटीसाइकोटिक्स आदि शामिल हैं.

नोटः ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह जरूर लें.