देश में अब लगभग अब हर परिवार में खुद के पास बैंक अकाउंट होगा. वहीं, केंद्र सरकार की जनधन योजना की वजह से देश में हर तबके के लोगों ने बैंक अकाउंट खुलवाया है. वहीं, कई लोगों के पास तो एक से ज्यादा बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं. बैंक अकाउंट कई बैंकों में खोले जा सकते हैं. वहीं, कई लोग बैंक अकाउंट के इस्तेमाल के लिए इंटरनेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड आदि की सुविधा भी ले लेते हैं.

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बैंक में आप करंट या सेविंग में से कोई भी अकाउंट खोल सकते हैं. बैंक में खाता होने से हमारा काम आसान हो जाता है. लेकिन, क्या आपको पता है कि आपकी कुछ गलतियों के कारण अपने बैंक अकाउंट को बंद भी किया जा सकता है. इसके कई कारण हो सकते हैं, जिसके बारे में शायद सभी लोगों को पता नहीं होता.

अकाउंट में केवाईसी अपडेट न होना

अगर खाताधारक यानी अकाउंट होल्डर अगर अपने खाते पर KYC अपडेट नहीं करता है तो ऐसी स्थिति में बैंक अकाउंट बंद किया जा सकता है. आरबीआई ने अकाउंट होल्डर को हर तीन साल में एक बार केवाईसी अपडेट करना जरूरी किया है. ऐसा न करने पर बैंक अकाउंट को रोका जा सकता है. यानी आप इस स्थिति में अपने बैंक अकाउंट का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे.

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खाते से ट्रांजैक्शन न होना

आरबीआई के नियम के मुताबिक, अगर किसी बैंक खाते में (चाहें वह सेविंग हो या करंट) में किसी तरह का ट्रांजैक्शन नहीं हुआ है तो उस खाते को Inactive अकाउंट मान ल्या जाता है. इस तरह के खाते को इनऑपरेटिव लिस्ट में बैंक डाल देता है. इस तरह के खाते पर जमा पैसों पर लंबे समय तक किसी तरह का ब्याज नहीं मिलता है.

गलत ट्रांजैक्शन होने पर

खाताधारक के अकाउंट से किसी तरह के फ्रॉड को अंजाम दिया गया हो या किसी विदेशी अकाउंट से उसके खाते में पैसे आने तो इस तरह के स्थिति में खाते को फ्रीज करने की प्रक्रिया को अंजाम दिया जा सकता है.

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बिना प्रूफ खाते में ट्रांजैक्शन

अगर किसी खाताधारक के अकाउंट में बिना किसी सोर्स की सही जानकारी के बड़े अमाउंट में पैसे आ जाते हैं तो ऐसी स्थिति में अकाउंट होल्डर को फ्रिज किया जा सकता है. जैसे, किसी के अकाउंट में अचानक से बड़ी राशि आ जाते हैं जिसके बारे में सोर्स की सही जानकारी नहीं खाताधारक के पास नहीं होता है. ऐसी स्थिति में बैंक को ये अधिकार होता है कि वह आपके अकाउंट को फ्रिज कर सकता है.