नया घर या फ्लैट बनवाने में लोग बेहिसाब पैसा खर्च कर देते हैं और वहां पर रसोई घर बनवाने में भी आधुनिक चीज खरीद कर लगवा देते हैं, लेकिन वहां के वास्तु यानी रसोई की दिशा का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है. बता दें कि किचन में केवल पैसा खर्च कर देने मात्र से वहां पर बना हुआ भोजन स्वास्थ्यवर्धक नहीं हो जाता है और न ही वह परिवार के सदस्यों के बीच के रिश्ते में मधुरता ला सकता है. इसके लिए आपको वास्तु के नियमों को मानना होगा. इस लेख में हम आपको बताएंगे कि किचन वास्तु के कौन से नियम हैं जिनका पालन करके आप अपने परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य और आपसी रिश्ते में सुधार ला सकते हैं.

यह भी पढ़ें: Jitiya Vrat 2022 Puja Vidhi: जितिया व्रत में इस विधि से करें पूजा, संतान पर नहीं आएगी कोई विपदा

1. घर की उत्तर-पूर्व दिशा ईशान कोण में रसोई घर, कुकिंग गैस या आग से संबंधित कोई काम नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से धन-दौलत और भाग्य सब नष्ट हो जाता है. घर की स्त्रियां गंभीर रोग से पीड़ित रहती हैं. उनके कार्य करने की क्षमता घट जाती है. यहां तक कि उनके ऑपरेशन की नौबत तक आ जाती है.

2. घर की दक्षिण-पूर्व आग्नेय कोण में रसोई की व्यवस्था तेज, बल, सौभाग्य और समृद्धि में वृद्धि करती है. भोजन बनाने का कार्य आग्नेय कोण में होता है तो गृहणी और परिवार के बाकी सदस्य हमेशा स्वस्थ रहते हैं.

यह भी पढ़ें: Vastu Tips: घर की इस दिशा में रखें फर्नीचर, धन की होगी वर्षा

3. मुख्य द्वार से या खिड़की से रसोई में रखा चूल्हा नहीं दिखना चाहिए. इससे परिवार पर संकट आ सकता है. यदि आपका चूल्हा रसोई की खिड़की या घर के मुख्य द्वार से दिख जाता है तो तुरंत वहां पर पर्दा या किसी तरह का आड़ बना देना चाहिए ताकि आपको चूल्हा न दिखे.

4. वास्तु के अनुसार, रसोई में गैस का बर्नर और पानी का सिंक बिल्कुल नजदीक या बिल्कुल विपरीत आमने-सामने नहीं होना चाहिए. इससे पति-पत्नी के संबंधों में कड़वाहट आ जाती है.

यह भी पढ़ें: Jitiya Vrat 2022: जितिया व्रती महिलाएं इन 5 मुहूर्त में न करें पूजा, जानें व्रत का महत्व

5. खाना बनाते समय रसोई घर का दरवाजा गृहणी की कमर के पीछे हो तो ये स्थिति वास्तु के अनुकूल नहीं रहती है. ऐसे रसोई घर में खाना बनाने वाली स्त्री पेट के रोग, कमर दर्द से पीड़ित रहती है. इस दोष से बचाव के लिए सामने की तरफ से 9 पायरा चिप्स युक्त दर्पण लगा देना चाहिए.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)