Chaitra Purnima Bath Rules In Hindi: चैत्र के महीने में आने वाली पूर्णिमा को चैत्र पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. इसे चैती पूनम भी कहते हैं. आपको बता दें कि चैत्र मास सनातन धर्म का पहला महीना होता है. ऐसे में यह दिन बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है. गौरतलब है कि इस दिन विधि विधान से भगवान सत्य नारायण की पूजा (Chaitra Purnima Do’s And Don’ts) की जाती है. हिन्दू पंचांग के मुताबिक, चैत्र पूर्णिमा का व्रत 5 अप्रैल से लेकर 6 अप्रैल तक चलने वाली है. उदया तिथि के अनुसार पूर्णिमा स्नान 6 अप्रैल 2023 को होगा. आपको बता दें कि पूर्णिमा स्नान के दिन स्नान के पहले कुछ बातों (Chaitra Purnima Rules) का ध्यान रखना चाहिए.

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पूर्णिमा स्नान से पहले इन बातों का रखें ध्यान –

1- पूर्णिमा स्नान के दिन व्यक्ति को सुबह जल्दी उठकर ही स्नान करना चाहिए, अगर आप देर में उठकर स्नान कर रहे हो, तो आपको स्नान का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होगा. इसलिए कोशिश करें कि इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें.

2- अगर आप घर पर स्नान करने जा रहे हैं, तो आपको गंगाजल में पानी मिलाकर रख लेना चाहिए और ध्यान रहे कि ताजा और स्वच्छा पानी का ही इस्तेमाल करना चाहिए.

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3- जब स्नान करने के लिए जाएं, तो जाते ही पहले स्नान करना शुरु न कर दें. बल्कि पहले जाकर थोड़ा जल हाथ में लेकर भगवान से प्रार्थना करें और उनसे अपने द्वारा जाने अनजाने किए गए पापों के द्वारा माफी मांगें, उसके बाद फिर स्नान शुरू करें.

4- पूर्णिमा स्नान के दिन स्नान करने जाते समय पैरों में चप्पल पहन कर न जाएं, ऐसा करना अच्छा नहीं माना जाता है. क्योंकि गंगाजल मिलने के बाद पात्र में मौजूद जल गंगाजल हो जाता है और उस दौरान आपके चप्पल के नीचे पवित्र जल का आना अशुभ माना जाता है. इसलिए स्नान करने जाने से पहले चप्पल बाहर उतार कर जाएं.

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5- स्नान करने से पहले दो फूल भगवान का नाम लेकर जल में डाल लें और उसके बाद उस जल से स्नान करें. आपको गजब सकारात्मक ऊर्जा का एहसास होगा.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)