तालिबान और पाकिस्तान के बीच नहीं बन रही है. तालिबान ने पाकिस्तान के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है. अपने लड़ाकों को तालिबान ने कहा कि पाकिस्तान पर हमला करे. बता दें कि पाकिस्तान और तहरीक-ए-तालिबान के बीच सीजफायर चल रहा था लेकिन अब तालिबान ने कहा है कि वो इस सीजफायर को खत्म कर रहे हैं. तालिबान ने आरोप लगया है कि इमरान सरकार फैसलों का सम्मान नहीं करती है.

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पाकिस्तान की अखबार ‘Dawn’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले टीटीपी और पाकिस्तान के बीच वार्ता के कई दौर चले थे. अफगान तालिबान, पाकिस्तान और टीटीपी के बीच मध्यस्थता कराने के लिए राजी हुआ था और वो दोनों ही तरफ से इसमें अपनी भूमिका निभा रहा था. 25 अक्टूबर 2021 को पाकिस्तान सरकार और टीटीपी 6 बिंदुओं पर समझौते के करीब पहुंचे थे. इसके अलावा दोनों ही तरफ से सीधे फेस-टू-फेस बातचीत भी अफगानिस्तान के साउथ-वेस्टर्न खोस्ट प्रक्षेत्र में करीब दो हफ्ते पहले हुई थी. इसमें दोनों के बीच शांति बनाए रखने को लेकर चर्चा हुई थी.

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हालांकि, टीटीपी ने पाकिस्तान से सीजफायर रोकने के लिए शरिया कानून लागू करने और आदिवासी इलाकों को उनके पूर्व का स्टेटस देने की शर्त कायम रखी है. शरिया कानून को लेकर इमरान सरकार से टीटीपी की बात नहीं बन पाई है. टीटीपी के नेता मुफ्ति नूर वली महसूद ने पाकिस्तान के साथ सीजफायर खत्म होने का ऐलान किया. इतना ही हीं उन्होंने अपने लड़ाकुओं से कहा कि वो अब हमला शुरू करें. बता दें कि टीटीपी के इस ऐलान के बाद अब एक बार फिर पाकिस्तान में शांति व्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचने की आशंका है.