दूसरे विश्व युद्ध (1939-1945) के दौरान अमेरिका ने जापान के दो मुख्य शहरों हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए थे. इसे अभी तक की सबसे दर्दनाक घटनाओं में से एक माना जाता है. अमेरिका ने आज ही के दिन 6 अगस्त को जापान के हिरोशिमा शहर पर परमाणु बम गिराया था. जिस हमले में 80 हजार से ज्यादा लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. जानकारी के अनुसार, शहर के करीब 30 फीसदी लोगों ने तो तुरंत ही दम तोड़ दिया. इसके बाद परमाणु बम की रेडिएशन से लोग तड़पते रहे और अपनी जिंदगी को अलविदा कहते रहे.

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हैरान करने वाली बात यह नहीं कि इतनी त्रासदी देखने के बाद भी अमेरिका नहीं थमा और 9 अगस्त को नागासाकी पर दूसरा बम गिरा दिया. इस दूसरे हमले के बाद जापान ने अमेरिका के आगे घुटने टेक दिए, जानकारी के अनुसार अगर जापान सरेंडर नहीं करता तो अमेरिका तीसरा हमला करने की तैयारी में भी था. इस भयानक घटना को याद करते हुए, हर साल 6 अगस्त को हिरोशिमा दिवस मनाया जाता है.

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अब हम इस परमाणु हमले से जुड़ी कुछ ऐसी जानकारी के बारे में बात करते हैं जिन्हें आप शायद ही जानते होंगे.

  • अमेरिका ने हिरोशिमा पर 6 अगस्‍त 1945 को सुबह 08.15 पर बम गिराया था. वहीं नागासाकी पर गिराया गया दूसरा बम 9 अगस्त 1945 को 11 बजे गिराया गया था.
  • आपको जानकर शायद हैरानी हो लेकिन परमाणु बम गिराने का इतना बड़ा फैसला अमेरिका ने सिर्फ एक घंटे पहले ही लिया था.  
  • हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम का नाम लिटिल बॉय था, 10 फीट लम्बे इस बम में 65 किलो यूरेनियम और इसका वजन करीब 4000 किलो था.
  • वहीं अमेरिका ने जो बम नागासाकी पर गिराया उसका नाम फैट मैन था. इस परमाणु बम का वजन 4500 किलो था और 11.5 फीट लम्बे इस बम में 6.4 किलो प्‍लूटोनियम था, जो यूरेनियम से भी कहीं ज्यादा खतरनाक होता है.
  • हिरोशिमा हमले के बाद वहां का तापमान 3 लाख डिग्री सेल्सियस था. जो किसी भी धातु को कुछ ही सेकंड में पिघला सकता है तो इंसान क्या चीज थी.
  • अपने इस कदम के लिए अमेरिका ने आज तक माफी नहीं मांगी है. इसके साथ ही पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा पहले ऐसे राष्ट्रपति है. उन्होंने हमले के 71 साल बाद हिरोशिमा की यात्रा की थी.
  • हिरोशिमा पर इस हमले के बाद एक चक्रवात भी आया था, जिसने 2000 लोगों की जान ले ली थी.
  • जब 9 अगस्त को जापान के राजा हिरोहितो ने अमेरिकी सेना के सामने सरेंडर करने के लिए रेडियो पर घोषणा की तो जापानियों ने पहली बार राजा की आवाज सुनी थी.

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