Turkey Earthquake Death Toll; दक्षिणी तुर्की और उत्तरी सीरिया में सोमवार (6 फरवरी) सुबह तड़के 7.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने बताया कि भूकंप का केंद्र गाजियांटेप से लगभग 33 किलोमीटर (20 मील) और नूरदगी शहर से लगभग 26 किलोमीटर (16 मील) दूर था. घंटे भर बाद, 7.6 तीव्रता का दूसरा भूकंप दक्षिण-पूर्वी तुर्की के कहारनमारस क्षेत्र में आया. यह 7 किमी की गहराई में हुआ और भूकंप का केंद्र कहारनमारस प्रांत का एलबिस्तान क्षेत्र था. मध्य तुर्की में शाम को 6.0 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप में अब तक 4 हजार से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.

तुर्की भूकंप डेथ टोल (Turkey Earthquake Death Toll live update)

भूकंप प्रभावित तुर्की और सीरिया में बचाव दल के मलबे में तलाशी के बीच मंगलवार को मरने वालों की संख्या 4300 (इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार) को पार कर गई है. हजारों और घायल हैं. देश मदद के लिए हाथ आगे बढ़ा रहे हैं. भारत की राहत सामग्री और 101 लोगों की NDRF टीम का पहला जत्था पास के शहर अदाना के एक हवाई अड्डे पर पहुंच गया है.

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6 फरवरी सोमवार को तुर्की के दक्षिणी क्षेत्रों में 7.8, 7.6 और 6.0 तीव्रता के तीन विनाशकारी भूकंप आए थे, जिससे तुर्की और पड़ोसी सीरिया में व्यापक जान-माल का नुकसान हुआ. 7 फरवरी मंगलवार को एक और 5.6 की तीव्रता का भूकंप आया. कई आफ्टरशॉक्स भी आए हैं. तुर्की ने सात दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है.

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भारत ने भेजी मदद

भारत ने NDRF खोज और बचाव दल भेजा है. साथ ही प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड, मेडिकल सप्लाई, ड्रिलिंग मशीन और अन्य उपकरण तुर्की भेजे गए हैं. भारत में तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल ने पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए लिखा, “तुर्की और हिंदी में दोस्त एक कॉमन शब्द है. हमारी तुर्की भाषा में एक कहावत है जिसका मतलब ये है कि ज़रूरत के वक़्त दोस्त ही काम आता है. आपका बहुत बहुत शुक्रिया.” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जो भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से गुज़रा है, हम तुर्की और सीरिया की मदद के लिए हर संभव प्रयास करेंगे, जहां बड़े पैमाने पर झटके ने हजारों लोगों की जान ले ली और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है.

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