चीन (China) जाने वाले भारतीय यात्रियों के लिए चीन की तरफ से कोरोना प्रोटोकॉल्स (Corona Protocol in China) में थोड़ी ढिलाई कर दी गई है. इस बात की घोषणा नई दिल्ली स्थित चीनी एंबेसी की तरफ से की गई है. आपको बता दें कि इससे पहले चीन में जाने वाले यात्रियों को लिए क्वारेंटीन की सीमा 10 दिन निर्धारित थी. जिसे अब घटाकर 8 दिन कर दिया गया है. भारतीय यात्रियों के लिए यह घोषणा इस बदलाव के कुछ दिनों के बाद की गई है. यह घोषणा सिर्फ भारत देश के लिए ही नहीं, बल्कि चीनी एंबेसियों ने कई देशों में इस बात की घोषणा की है. बता दें कि वर्तमान में चीन ‘जीरो कोविड’ पॉलिसी के तहत कार्य कर रहा है.

यह भी पढ़ें: VIDEO: तेज धमाके से दहला इस्तांबुल, 50 से ज्यादा लोग घायल, कई लोगों की हुई मृत्यु

आपको बता दें कि चीन में नए वैरिएंट के आउट ब्रेक होने के बाद लॉकडाउन लगा हुआ है. हालही में लागू की गई इस व्यवस्था पर भारत में स्थित चीनी एंबेसी ने कहा है कि, ‘भारतीय यात्री जो कि चीन के लिए यात्रा कर रहे हैं, उन्हें चीन जाने के लिए केवल 48 घंटे के अंदर की आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट की जरुरत होगी. वह नेगेटिव सर्टिफिकेट के साथ ग्रीन हेल्थ कोड के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं.’ इसके साथ ही एंबेसी ने कहा कि जो इंडियन चीन जाने के लिए प्लान कर रहे हैं, वह किसी भी जगह से फ्लाइट पकड़ के यात्रा कर सकते हैं. 

यह भी पढ़ें: दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला पुलिस ऑफिसर, आम जनता से लेकर मुजरिम तक हैं जिसके फैन!

ग्रीन हेल्थ कोड के लिए कर सकते हैं अप्लाई

एंबेसी के अनुसार, चीन जाने के लिए प्लानिंग कर रहे यात्री, 48 घंटों के अंदर की आरटी पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट दिखाकर एंबेसी में ग्रीन हेल्थ कोड (Green Health Card) के लिए अप्लाई कर सकते हैं. एंबेसी ने कहा, ‘एयरलाइन केवल पैसेंजर्स का ग्रीन हेल्थ कोड चेक करेगी, वह किस जगह से इश्यू किया गया है यह नहीं पूछेगी.’ इसका मतलब यह है कि अगर कोई यात्री किसी तीसरे देश जाकर कनेक्टेड फ्लाइट से चीन की यात्रा कर रहे हैं, तो उन्हें अन्य देश की रिपोर्ट दिखाने की जरुरत नहीं पड़ेगी. एंबेसी ने कहा कि चीन तक पहुंचने के लिए भारत से 48 घंटे से कम का समय लगता है इसलिए अन्य देश की रिपोर्ट की जगह भारत से इश्यू की गई रिपोर्ट भी मान्य होगी.