पूर्णिमा पांडे (Purnima Pandey) एक भारतीय भारोत्तोलक (weightlifter) हैं जो कि वाराणसी, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से आती हैं. पूर्णिमा ने बहुत कम उम्र में कई भारोत्तोलन (Weightlifting) प्रतिस्पर्धाओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर पदक हासिल किए हैं. साल 2015-16 में पूर्णिमा पांडे ने भारोत्तोलन में युवा जूनियर नेशनल्स में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता था. पूर्णिमा ने साल 2021 में ताशकंद में हुई कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में आठ राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता था. 

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पूर्णिमा पांडे का जीवन परिचय 

भारतीय भारोत्तोलक पूर्णिमा पांडे का जन्म 16 अक्टूबर 1999 को बनारस में हुआ था. उन्होंने काफी कम उम्र में वेटलिफ्टिंग करना शुरू कर दिया था. पूर्णिमा ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए स्वर्ण पदक सहित कई मेडल जीते हैं. उन्होंने राष्ट्रीय कोच विजय शर्मा से भारोत्तोलन का प्रशिक्षण लिया है.

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पूर्णिमा पांडे की उपलब्धियां  (Purnima Pandey Achievements)

• भारतीय भारोत्तोलक पूर्णिमा पांडे दो बार कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में रजत और कांस्य पदक जीत चुकी हैं.

• वर्ष 2015-16 में पूर्णिमा पांडे ने भारोत्तोलन में युवा जूनियर नेशनल्स में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता था.

• पूर्णिमा पांडे ने भारोत्तोलन के अपने पहले बड़े आयोजन में, ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में हुए राष्ट्रमंडल खेल 2018 में छठा स्थान हासिल किया था.

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• पूर्णिमा पांडे ने राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप 2021 में भारोत्तोलन में महिलाओं के 87 किग्रा से अधिक के भार वर्ग में कुल आठ राष्ट्रीय रिकार्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता. पूर्णिमा ने यहां पोडियम के शीर्ष पर खड़े होने के लिए 229 किग्रा (102 किग्रा + 127 किग्रा) उठाया था. 

• पूर्णिमा ने कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप 2021 (Commonwealth Championships) में भारोत्तोलन में दो स्नैच वर्ग में और तीन-तीन क्लीन एंड जर्क और कुल श्रेणी में आठ राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए थे. 

• भारतीय भारोत्तोलक पूर्णिमा पांडे बर्मिंघम में 2022 राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games 2022) के लिए सीधे क्वालीफाई करने वाली 22 वें संस्करण की पहली भारतीय महिला और चौथी भारतीय बनीं थी.