Umesh Yadav; भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज का तीसरा मैच इंदौर में खेला जा रहा है. टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन मैदान पर यह फैसला सही साबित नहीं हुआ. टीम इंडिया महज 109 रन पर आउट हो गई. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम इंडिया को दूसरे सत्र में ही ऑल आउट कर दिया. मैथ्यू कुह्नमैन ने 5 विकेट लिए जबकि नाथन लियोन ने 3 विकेट और टॉड मर्फी ने एक विकेट लिया. भारतीय तेज गेंदबाज उमेश यादव ने तीन महत्वपूर्ण विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को रोक दिया.
भारतीय सरजमीं पर 100 विकेट पूरे किए (Umesh Yadav completes 100 Test wickets in India)
ऑस्ट्रेलिया की पारी की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही. ऑस्ट्रेलिया ने अपना पहला विकेट जल्दी गंवा दिया लेकिन लबुशने और ख्वाजा ने अपना काम किया. पहले दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 156/4 था. लेकिन दूसरे दिन की शुरुआत में ही भारतीय गेंदबाजों ने अपना जलवा दिखाया और ऑस्ट्रेलिया को 197 रन पर ऑल आउट कर दिया. जिसमें उमेश यादव ने 3 अहम विकेट लिए. इसी के साथ उमेश ने भारतीय सरजमीं पर टेस्ट में अपने 100 विकेट भी पूरे कर लिए. उमेश यादव भारत में 100 टेस्ट विकेट पूरे करने वाले 13वें भारतीय गेंदबाज बन गए हैं.
ICYMI – 𝟭𝟬𝟬𝘁𝗵 𝗧𝗲𝘀𝘁 𝘄𝗶𝗰𝗸𝗲𝘁 in India for @y_umesh 💪
What a ball that was from Umesh Yadav as he cleans up Mitchell Starc to grab his 100th Test wicket at home. #INDvAUS pic.twitter.com/AD0NIUbkGB
— BCCI (@BCCI) March 2, 2023
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पिता के निधन के बाद टीम में की वापसी
आपको बता दें की 23 फरवरी को उमेश यादव के पिता तिलक यादव का निधन हुआ था. स्वर्गीय तिलक यादव कोयला खदानों में काम करते थे. उन्होंने ही उमेश को क्रिकेटर बनने के लिए प्रेरित किया था. अपने पिता को खोने के बाद, उमेश यादव ने भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी की. उमेश अभी पिता के जाने की गम से पूरी तरह उबरे भी नहीं थे कि उन्होंने इंदौर टेस्ट के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को अपनी गेंदबाजी का जलवा दिखाया. इससे पहले बल्लेबाजी करते हुए भी उमेश ने दो छक्के और एक चौके की मदद से 17 रन बनाए थे.
तिलक यादव का 74 साल की उम्र में निधन हुआ. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वे पिछले कुछ महीनों से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज नागपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में चल रहा था. हालत में सुधार न होने पर उन्हें घर लाया गया, लेकिन उनकी जल्द ही मृत्यु हो गई.