हिंदू धर्म में प्रार्थना करने के कई तरीके है. कभी सरल शब्दों से, कभी कीर्तन से और कभी मन्त्रों से. मंत्र जाप के लिए पुराणों में ऐसा वर्णन मिलता है. कि इसके लिए समय, स्थान और उचित माला का प्रयोग करना शुभ है. प्रार्थना के लिए मंत्र सबसे अधिक प्रभावशाली माने जाते हैं. ऐसे इसलिए, क्योंकि ये मन को तुरंत एकाग्र कर देते हैं. आपको जानकारी के लिए बता दें कि हर मंत्र से अलग तरह का प्रभाव और शक्ति उत्पन्न होती है.

यह भी पढ़ें: तुलसी के आस-पास भूलकर भी न रखें ये 5 चीजें, नहीं होगा लक्ष्मी का वास 

इसलिए मंत्र का जाप करने के लिए अलग-अलग तरह की मालाओं का इस्तेमाल किया जाता है. साथ ही किसी भी मंत्र का जाप करने के लिए तीन विधियां बताई गई हैं- वाचिक, उपांशु और मानसिक. मंत्र का जाप करने से मंत्रों की शक्ति का लाभ प्राप्त होता है. इस लेख में हम आपको बताएंगे कि माला पर मंत्रों का जाप करते समय किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. आइए जानते है.

यह भी पढ़ें: अप्रैल में इन राशि के लोगों की लगेगी लॉटरी, नौकरी में मिलेगी तरक्की और घर आएगी सुख-शांति

मंत्रों के जाप करने के लिए माला के मनकों की संख्या कम से कम 27 या 108 होनी चाहिए. हर मनके के बाद एक गाँठ जरूर लगी होनी चाहिए. मंत्र जाप करने के दौरान तर्जनी अंगुली से माला का स्पर्श नहीं होना चाहिए. इसके अलावा माला किसी वस्त्र से ढंकी होनी होनी चाहिए या गोमुखी में होनी चाहिए. यह याद रखना चाहिए जिस माला से मंत्र जाप करते हैं. उसे धारण नहीं करें.

मंत्र जाप करने से पहले माला लेकर ईश्वर से प्रार्थना करनी चाहिए. ताकि माला से किए गए मंत्रों का जाप सफल हो. आपको जानकारी के लिए बता दें कि माला हमेशा व्यक्तिगत होनी चाहिए , दूसरे की माला का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

माला हमेशा व्यक्तिगत होनी चाहिए. 

यह भी पढ़ें: पैर में काला धागा बांधने से मिलते हैं कई लाभ, जानेंगे तो आप भी पहनना शुरू कर देंगे

रुद्राक्ष की माला

अधिकांश मंत्रों का जाप रुद्राक्ष की माला से कर सकते हैं. भगवान शिव और उनके परिवार के सदस्यों से संबंधित मंत्रों का जाप भी रुद्राक्ष की माला पर किया जा सकता है. महामृत्युंजय और लघुमृत्युंजय मन्त्र केवल रुद्राक्ष पर ही जप सकते हैं.

यह भी पढ़ें: Vastu Tips: बाथरूम से जुड़ी इन बातों को बिल्कुल न करें नजरअंदाज, बिगड़ सकती है आर्थिक स्थिति

चन्दन की माला

चन्दन की माला दो प्रकार की होती है – लाल चन्दन और श्वेत चन्दन .देवी के मन्त्रों का जाप लाल चन्दन की माला से करना फलदायी होता है भगवान् कृष्ण के मन्त्रों के लिए सफ़ेद चन्दन की माला का प्रयोग कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें: Vastu Tips: रसोई घर में खत्म होने से पहले ही ले आएं ये चीजें, वरना होगी पैसों की तंगी