भानगढ़ किला (Bhangarh Fort) भारत में सबसे भूतिया और डरावनी जगह से जाना जाता है और शायद इसका सबसे बड़ा अनसुलझा रहस्य है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि अलौकिक कहानियां (Supernatural Stories) इस किले की ओर सभी का ध्यान खींचती हैं और सुनसान शहर भानगढ़ उन विचारों पर विश्वास करता है. भानगढ़ किले की कई डरावनी कहानियों ने इसे भूतिया जगहों की लिस्ट में शामिल कर दिया है. भानगढ़ किला राजस्थान के अलवर जिले की अरावली पर्वतमाला है, चलिए जानते हैं इससे जुड़े रहस्यों के बारे में.

यह है भानगढ़ किले की मशहूर कहानी (Bhangarh Fort Story)

भानगढ़ के किले को लेकर एक दंतकथा मशहूर है कि माधो सिंह नाम के एक राजा ने वहां रहने वाले बाला नाथ नाम के एक तपस्वी से खास अनुमति लेकर भानगढ़ किले का निर्माण किया था.

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वो तपस्वी इस किले के निर्माण के लिए एक शर्त पर सहमत हुए थे. वह शर्त थी कि इस किले की छाया तपस्वी के घर पर कभी नहीं पड़नी चाहिए, लेकिन इस होने से वह नहीं रोक पाए. माधो सिंह के उत्तराधिकारियों में से एक ने किले को ज्यादा ऊपर तक बना दिया, जिससे किले की छाया तपस्वी के घर पर पहुंच गई. फिर तपस्वी ने किले को श्राप दिया और वहां कोई भी नहीं रह पाया था. इसके बाद भानगढ़ किला पूरी तरह से बर्बाद हो गया और भूतिया किला बन गया था.

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सूर्यास्त के बाद कोई नहीं घूमता किला

भानगढ़ के किले की कहानियां इतनी डरावनी हैं कि कोई भी वहां रात में जाने से डरता है. आपको बता दें कि किसी भी इंसान को सूर्यास्त के बाद या सूर्योदय से पहले किले में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो इस किले के पास के स्थानीय लोग यहां होने वाली कई असाधारण गतिविधियों के बारे बताते हैं. भानगढ़ किले को लेकर यह भी कहा जाता है कि जो कोई भी रात में किले में प्रवेश करता है, वह सुबह वापस नहीं लौट पाता.

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