आयुर्वेद के अनुसार कई ऐसे पेड़ और पौधे हैं जिनका प्रयोग जड़ी बूटियों और औषधीय रूप में किया जाता है. कुछ पेड़-पौधों के सिर्फ फल तो कुछ पेड़-पौधों के छाल औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं. वहीं कुछ पेड़-पौधे ऐसे होते हैं जिनके फल, छाल और पत्तियां सभी लाभदायक होते हैं. आज हम आपको ऐसे ही कुछ पेड़ पौधों के बारे में बताने जा रहे हैं. हम बात कर रहे हैं- नीम, बेल, पुनर्नवा, चांगेरी, पान और सदाबहार के पत्तों की. इनके पत्ते कई बीमारियों में लाभ पहुंचाने के साथ-साथ हमारे शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करते हैं. चलिए जाने इन पेड़ और पौधे के लाभ के बारे में:

1. नीम के पत्ते:

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नीम एक ऐसा पेड़ है जिनके तने, पत्तियां और बीज सभी औषधीय रूप में काम करते हैं. नीम के पत्तों का इस्तेमाल तरह–तरह की समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है. इस नीम के पत्तों में एंटीबैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण होते हैं, जो सूजन, जलन और खुजली को कम करते हैं. नीम की पत्तियों के प्रयोग से फंगस, वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता मिलती है. यदि आपको त्वचा और बालों से संबंधित समस्या है, तो आप नीम के पत्तों का प्रयोग कर सकते हैं. मधुमेह और डायबिटीज रोगियों के लिए भी नीम की पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते है. मसूड़े की सूजन को कम करने के लिए नीम की पत्तियां फायदेमंद होती है. आप रोज सुबह नीम के कुछ पत्तों को चबाकर खाएं इससे आपके मुंह की दुर्गंध की समस्या भी दूर होती है.

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2. बेल की पत्ते:

बेल का पेड़ औषधीय गुणों से भरपूर होता है. बेल के फल में कैल्शियम, फास्फोरस, प्रोटीन और आयरन अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं. दिल के फल के साथ ही पत्ते भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं. बेल के पत्तों में एंटी फंगल, एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल गुण होते हैं, जो कई रोगों से बचाव करते हैं. बेल के पत्ते पेट के लिए अधिक फायदेमंद होते हैं. इन पत्तों के सेवन से पाचन क्रिया को बेहतर किया जा सकता है. बेल के पत्तों में फेरोनिना नामक तत्व पाया जाता है, जो डायरिया की समस्या को कम करता है. यदि पेट में कीड़े हैं तो आप इन पत्तों का सेवन करें इससे निजात पा सकते हैं.

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3. सदाबहार के पत्ते:

सदाबहार के पत्ते स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होते हैं. यदि आपके घर में भी सदाबहार का पौधा है तो आप इसके फूलों और पत्तों का सेवन कर कई बीमारियों से निजात पा सकते हैं. सदाबहार का पौधा डायबिटीज के साथ-साथ कैंसर में भी लाभदायक होता है. सदाबहार में पाया जाने वाला विंडोलिन नामक तत्व शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने रखता है. सदाबहार की पत्तियों का रस नाक में डालने से गले का संक्रमण ठीक हो जाता है. सदाबहार के पत्तियों और फूल का सेवन डायबिटीज रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होता है.

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4. पुनर्नवा के पत्ते:

आयुर्वेद में पुनर्नवा के पौधों का इस्तेमाल औषधीय रूप से किया जाता रहा है. इसकी पत्तियां कई तरह के रोगों को दूर करने में फायदेमंद होती है. किडनी की बीमारी को रोकने के लिए पुनर्नवा के पत्ते लाभदायक होते हैं. इसका नियमित सेवन कर आप कई बीमारियों के लक्षणों को कम करके बीमारियों को कंट्रोल कर सकते हैं.

5. पान के पत्ते:

पान के पत्ते स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं इन पत्तों में विटामिन मिनरल्स भरपूर होता है. यदि आप मोटापे से परेशान है, तो पान के पत्तों का सेवन कर सकते हैं. इससे वजन बढ़ने की समस्या से छुटकारा मिलता है. कब्ज की समस्या में भी पान के पत्ते राहत दिलाते हैं. इसके साथ ही इसमें एंटीसेप्टिक, एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो फंगल और इंजेक्शन से बचाते हैं.

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6. चांगेरी के पत्ते:

चंगेरी के पत्ते भी आयुर्वेद के अनुसार काफी फायदेमंद होते हैं. इन पत्तों में एसिडिक गुण होते हैं, जो सूजन को दूर करने में मददगार होते हैं. इन पत्तों का सेवन आप जूस के रूप में भी कर सकते हैं. पत्तों का रस निकालने और उसका सेवन कर आप मूत्राशय में सूजन को दूर कर सकते हैं. त्वचा रोग, घाव और जलन को शांत करने के लिए भी इन पत्तों का प्रयोग किया जा सकता है. चांगेरी के पत्तों का रस बुखार में भी राहत दिलाता है.

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डिस्क्लेमर: ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह जरूर लें.