तुलसी का पौधा हमारे जीवन में बहुत महत्व रखता है. ये पूरी दुनिया में औषधीय गुणों वाले पौधे के रूप में जाना जाता है. लेकिन भारत में यह औषधि के साथ-साथ धार्मिक महत्व के लिए भी जाना जाता है. यह हर किसी के आंगन की शोभा बढ़ाता है. हम सभी के घर में तुलसी का पौधा जरूर होनी चाहिए ताकि हमें इसका लाभ मिल सके.

तुलसी के पौधे के अनेकों गुण है. इसके पत्तों का सीधे या चाय के साथ भी सेवन कर सकते हैं. तुलसी के पत्ते भी हमारी रोग प्रतिरोधी क्षमता को बेहतर बनाने और हमारे शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने के लिए मजबूत बनाने में मदद करते हैं. तुलसी का पौधा मच्छरों और अन्य कीड़ों को अपने आस-पास के क्षेत्र से दूर रखने में भी मदद करता है. इसलिए हमें अपने लॉन या गमले में तुलसी का 1 पौधा अवश्य लगाना चाहिए.

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तुलसी के पौधे को तेजी से कैसे उगाएं

तुलसी के पौधे को अपने सर्वोत्तम विकास के लिए कृमि वातावरण की आवश्यकता होती है क्योंकि कृमि का तापमान तुलसी के पौधे को विकास को बढ़ावा देने और बहुत तेजी से बढ़ने में मदद करता है इसलिए हमेशा सीधे धूप में उगाएं. पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी भी तुलसी के पौधे को तेजी से बढ़ने में मदद करेगी क्योंकि तुलसी का पौधा शुरुआती अवधि यानी पहले 3 महीनों में अधिकांश पोषक तत्वों को अवशोषित कर लेता है.

कीट के हमले से बचाव

मुख्य रूप से बरसात और सर्दियों के मौसम में तुलसी के पौधे पर छोटे और काले रंग के कीट हमला करते हैं और पत्ते से सभी पोषक तत्व चूसते हैं इससे तुलसी का पौधा कमजोर हो जाता है और तुलसी का पौधा मर सकता है. इसलिए हमेशा तुलसी के पौधे पर नजर रखने की कोशिश करें. इसका उपाय बहुत ही सरल है अर्थात पौधों पर हमेशा पानी का छिड़काव करें. पौधे पर नीम के तेल या लकड़ी की राख का छिड़काव करें. यदि आपके पास कई तुलसी के पौधे हैं और एक संक्रमित हो रहा है तो अन्य सभी तुलसी के पौधे को संक्रमित से दूर रखें ताकि कीट दूसरे पौधे तक न पहुंच सके.

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मिट्टी का मिश्रण

तुलसी के पौधे को अच्छी तरह से नाली मिट्टी के मिश्रण की आवश्यकता होती है, पानी मिट्टी के मिश्रण में नहीं रहना चाहिए क्योंकि तुलसी के पौधे को अपनी वृद्धि के लिए ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है इसलिए हमेशा कम पानी दें, पानी देने से पहले मिट्टी को 50% तक सूखा होना चाहिए इससे आपका तुलसी का पौधा स्वस्थ और पत्तियों से भरा होता है.

यदि अधिक पानी दिया जाए तो मिट्टी में फंगस बढ़ सकता है और तुलसी के पौधे की जड़ों पर हमला करेगा इससे हमारा तुलसी का पौधा मर जाएगा इसलिए नियमित पानी की आदत से बचें और पानी देने से पहले मिट्टी की स्थिति की जांच करें.

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पानी की आवश्यकता

तुलसी के पौधे को गर्मी पसंद होती है और कृमि प्रकार की जलवायु भी इसकी वृद्धि और विकास के लिए कम पानी देती है. तुलसी के पौधे को कभी भी अधिक पानी न दें क्योंकि इससे आपका तुलसी का पौधा मर सकता है, इसके तेज विकास के लिए हमेशा सीमित पानी दें, गर्मी के मौसम में वैकल्पिक दिन का चयन करें और सर्दियों के मौसम में मिट्टी की ऊपरी परत सूखने पर ही चुनें.

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