धनतेरस (Dhanteras) पर बर्तन खरीदने की प्रथा बहुत पहले से चली आ रही है. मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वन्तरि अपने हाथ में पीतल के कलश में अमृत लेकर प्रकट हुए थे. कहा जाता है कि धनतेरस के दिन धातु के बर्तन (Metal Utensils) ही खरीदने चाहिए. इसके पीछे की वजह हमारी सेहत है, क्योंकि कई धातु ऐसी होती हैं जो हमारी सेहत को बहुत लाभ पहुंचाते हैं. पुराने जमाने में लोग मिट्टी, पीतल और तांबे आदि के धातु के बर्तन इस्तेमाल करते थे. आपने देखा या सुना होगा कि पुराने जमाने के लोगों में बीमारियां कम होती थी और उनकी आयु भी लंबी होती थी. तो चलिए आपको बताते हैं कि कौन से धातु के बर्तन से सेहत को क्या लाभ मिलेंगे.

यह भी पढ़ें: दिवाली पर इन बीमारी से पीड़ितों को रखना चाहिए खास ख्याल, वरना बढ़ सकती है मुसीबत

1. मिट्टी के बर्तन के लाभ

पहले जमाने में ही नहीं बल्कि आज भी गांव देहात में और कई जनजातियां मिट्टी के बर्तन का इस्तेमाल करती हैं. मिट्टी के बर्तन में बना खाना बहुत ही स्वादिष्ट होता है और उसमें से बहुत अच्छी सुगंध भी आती है.बता दें कि मिट्टी के बर्तन में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कई प्रकार की बीमारियों से लड़ने में सहायक होते हैं. आयुर्वेद के अनुसार मिट्टी के बर्तन में खाना पकाने व खाने से शरीर को कई प्रकार के पोषक तत्व मिलते हैं जिससे हमारा शरीर स्वस्थ रहता है.

2. पीतल के बर्तन के लाभ

पीतल के बर्तनों का इस्तेमाल बहुत पहले से होता आ रहा है. यदि पीतल के बर्तन में खाना पकाया और खाया जाए तो इससे बहुत लाभ होते हैं. आयुर्वेद में भी पीतल के बर्तनों का महत्व बताया गया है. ठंड के मौसम में अक्सर कफ की समस्या सताने लगती है ऐसे में पीतल के बर्तन में बने खाने को खाने से इसमें राहत मिलती है.

यह भी पढ़ें: खुबसूरत रंगोली बनाकर बढ़ाएं घर की सुंदरता, इन डिजाइन के साथ करें मां लक्ष्मी का वेलकम

3. चांदी के बर्तन के लाभ

चांदी धातु महंगी होती है इसलिए सबके लिए इसके बर्तन खरीदना संभव नहीं है. लेकिन आपको फिर भी इस धातु के बर्तन में खाना खाने के लाभ के बारे में बताते हैं. आपने फिल्मों, नाटकों में देखा होगा और कथाओं में सुना होगा कि राजा महाराजा चांदी के बर्तन में खाना खाते थे. दरअसल वो यूं ही नहीं इन बर्तनों में खाना खाते थे. इसके लाभों की वजह से वो इनका इस्तेमाल करते थे. बता दें कि चांदी के बर्तन में खाना खाने से कई प्रकार के संक्रमण से बचा जा सकता है. पता हो कि चांदी में एक खास गुण पाया जाता है जो पेट दर्द और प्यास को बहुत देर तक कंट्रोल कर सकता है. चांदी के बर्तन की खास बात ये है कि चांदी में एक खास गुण होता है जिस वजह से इसमें बैक्टीरिया नहीं जमते हैं.  

यह भी पढ़ें: Diwali 2022 पर घर को कैसे सजाएं? जान लें ये टिप्स, देखने वाले भी रह जाएंगे हक्के-बक्के!

4. तांबे के बर्तन के लाभ

तांबे के बर्तन का इस्तेमाल करना बहुत लाभकारी होता है. इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण पाया जाता है. जिससे ये पेट की सूजन को कम करने और पेट में मौजूद खराब बैक्टीरिया को खत्म करने में सहायता मिलती है. अगर नियमित तौर पर तांबे के बर्तन में खाना पकाकर खाया जाए तो अल्सर, अपच और संक्रमण जैसी बीमारियां दूर हो सकती हैं. आप तांबे के बर्तन में जैसे बोतल, गिलास, और कलश में पानी भी पी सकते हैं. ये शरीर के लिए बहुत अच्छा होता है.

(नोटः ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह जरूर लें.)