कोविड-19 (Covid-19) पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) की तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव (Maria Van Kerkhove) ने रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, “कोरोना का नया और तेजी से फैलने वाला वेरिएंट ओमिक्रोन डेल्टा की तुलना में कम गंभीर है, लेकिन यह अभी भी एक खतरनाक वायरस है.”

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उनसे यह सवाल पूछा गया कि ओमिक्रोन (Omicron) का डेल्टा (Delta) से कम गंभीर होने के बाद भी लोग अस्पताल तक क्यों पहुंच रहे हैं और इस वायरस से मौत क्यों हो रही है? डॉक्टर केरखोव ने अपने जवाब में कहा कि, “इस बात के सबूत बढ़ रहे हैं कि ओमिक्रोन प्रतीक्षा शक्ति को चकमा दे सकता है.” केरखोव ने आगे कहा कि, “नए वेरिएंट पर हो रहे शोध में हम जो सीख रहे हैं, वह यह है कि गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोग, बुजुर्ग या जो लोग बिना टीकाकरण के हैं, उनके लिए ओमिक्रोन का संक्रमण खतरनाक हो सकता है.”

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दुनिया में हर किसी को होगा ओमिक्रोन

डॉक्टर केरखोव से पूछा गया कि क्या दुनिया के हर व्यक्ति को ओमिक्रोन होगा? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि, “इस वेरिएंट के संक्रमण की रफ्तार किसी भी अन्य स्ट्रेन से ज्यादा तेज है. ऐसे में इसका सभी लोगों तक पहुंचना बड़ी बात नहीं है. ये आसानी से काफी लोगों को संक्रमित कर सकता है.” हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि यह वेरिएंट दुनियाभर के लोगों को संक्रमित कर सकता है. उन्होंने कहा, “हम निश्चित रूप से दुनियाभर में उच्च मामलों और मामलों की वृद्धि देख रहे हैं, लेकिन जरूरी नहीं की ये दुनिया के सभी लोगों को संक्रमित करें.”

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हर देश में पहुंच चुका है कोरोनावायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रोन

मारिया (Maria) कहती हैं कि जिन देशों में जीनोम सीक्वेंसिंग (Genome Sequencing) की तकनीक अच्छी है, उन देशों में कोरोनावायरस (Coronavirus) के नए वेरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) के पाए जाने की पुष्टि हो चुकी है. अबतक तो इसी बात की संभावना जताई जा रही है कि यह दुनिया के हर देश में पहुंच चुका है. आपकी जानकारी के लिए बता दें इस वेरिएंट से सबसे ज्यादा प्रभावित ब्रिटेन (Britain) और अमेरिका (America) हुआ है. यहां रोजाना लाखों की संख्या में कोरोनावायरस के मामले सामने आ रहे हैं. इसके अलावा और भी कई ऐसे देश हैं जहां हालात बहुत गंभीर है.

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