योगी आदित्यनाथ 25 मार्च को शाम 4 बजे लखनऊ के इकाना स्टेडियम में दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. अभी तक योगी सरकार 2.0 के मंत्रिमंडल और उप-मुख्यमंत्रियों के नामों की घोषणा नहीं हुई है. पिछली बार यूपी सरकार में दो उप-मुख्यमंत्री थे. तब बीजेपी आलाकमान ने एक ब्राह्मण- दिनेश शर्मा और एक गैर यादव OBC- केशव प्रसाद मौर्य को उप-मुख्यमंत्री बनाया था. आइए जान लेते हैं इस बार किन नामों की चर्चा है. 

सूत्रों के मुताबिक, इस बार योगी आदित्यनाथ के दो या तीन डिप्टी हो सकते हैं. इसको लेकर कई नाम चर्चा में हैं. केशव प्रसाद मौर्य के अलावा बेबी रानी मौर्य (Baby Rani Maurya) और ब्रजेश पाठक को उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है.

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बता दें कि केशव प्रसाद मौर्य यूपी विधानसभा चुनाव में अपनी विधानसभा सिराथू से चुनाव हार गए थे. इसके बावजूद पार्टी उन्हें उपमुख्यमंत्री के पद से हटाकर किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहेगी. 2017 में उनके प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए बीजेपी को यूपी विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत मिली थी. इसके इनाम के रूप में उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया था.

कौन हैं बेबी रानी मौर्य?

बेबी रानी मौर्य भारतीय जनता पार्टी की नेता हैं. वह उत्तराखंड की गवर्नर (2018-2021) रह चुकी हैं. गवर्नर के पद से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी के टिकट पर आगरा रूरल सीट से चुनाव लड़ा और भारी मतों से जीत दर्ज की. वह आगरा की पहली महिला मेयर (1995-2000) के रूप में चर्चित हैं. बेबी रानी मौर्य एक दलित चेहरा हैं और बीजेपी का मानना है कि चुनाव में दलितों ने बीजेपी को भारी संख्या में वोट किया है. 

बृजेश पाठक एक ब्राह्मण चेहरा हैं और वह योगी आदित्यनाथ की पिछली सरकार में कानून मंत्री रहे थे. संभावना जताई जा रही है कि पार्टी दिनेश शर्मा को संगठन की जिम्मेदारी देकर, दूसरे ब्राह्मण चेहरे को बतौर डिप्टी CM मौका देगी. बृजेश पाठक ब्राह्मणों के बड़े नेता के तौर पर पार्टी में अपनी छवि बनाने में कामयाब रहे हैं.

कयास हैं कि योगी आदित्यनाथ की नई सरकार में दो दर्जन कैबिनेट मंत्री हो सकते हैं. एक दर्जन नेताओं को राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार सौंपा जा सकता है. बता दें कि पिछली योगी सरकार के 33 मंत्री चुनाव जीत कर आए हैं, इनमें से 20 से 25 मंत्री दोहराए जा सकते हैं.

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