सुधा यादव (Sudha Yadav) भारतीय संसद के निचले सदन लोकसभा की पूर्व सदस्य और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की वर्तमान राष्ट्रीय सचिव हैं. 17 अगस्त 2022 को बीजेपी ने उन्हें पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति में शामिल किया. सुधा यादव ने IIT रुड़की से केमिस्ट्री में एमएससी की डिग्री और पीएचडी हासिल की है. वह पूर्व लोकसभा सदस्य और पेशे से लेक्चरर हैं. 

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सुधा यादव 1999 से 2004 तक 13वीं लोकसभा की सदस्य थीं. बीजेपी उम्मीदवार के रूप में उन्होंने हरियाणा के महेंद्रगढ़ से चुनाव जीता था. उनके पति सुखबीर सिंह यादव सीमा सुरक्षा बल में डिप्टी कमांडेंट की पोस्ट पर थे और कारगिल युद्ध में सीमा पर पाकिस्तानी घुसपैठियों से लड़ते हुए शहीद हो गए थे. पेशे से लेक्चर सुधा यादव दो बच्चों की मां हैं. वह शीतल पेय मामले की जांच के लिए गठित जेपीसी की सदस्य थीं. वर्तमान में वह भाजपा की राष्ट्रीय सचिव हैं.

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डॉ सुधा यादव 2004 का चुनाव महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र से और 2009 का चुनाव गुड़गांव लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार के रूप में हार गईं. 3 जुलाई 2015 को सुधा यादव को भाजपा ओबीसी मोर्चा का प्रभारी नियुक्त किया गया.

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साल 1999 सुधा यादव के जीवन का सबसे दर्दनाक और अजीब साल था. भारत-पाकिस्तान कारगिल युद्ध में उन्होंने अपने पति को खो दिया. इसलिए उन्हें युद्ध विधवाओं के लिए अधिमान्य कोटे के तहत लेक्चरर के रूप में नौकरी मिल गई. भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें 1999 में लोकसभा के चुनाव के लिए महेंद्रगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया. यह उनका पहला चुनाव था. इसने उन्हें एक गृहिणी से राजनेता बना दिया. हालांकि, वह 2004 और 2009 में चुनाव नहीं जीत सकीं. उन्होंने 1987 में रुड़की विश्वविद्यालय (अब IIT रुड़की) से ग्रेजुएशन किया था.