पश्चिम बंगाल (West Bengal) सरकार में पार्थ चटर्जी कॉमर्स एंड इंडस्ट्री विभाग (Commerce and Industry Department) के मंत्री हैं. पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) का जन्म कोलकाता में 6 अक्टूबर 1952 को हुआ था. उन्होंने नरेंद्रपुर से रामकृष्ण मिशन विद्यालय से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने आशुतोष कॉलेज से अर्थशास्त्र की पढ़ाई पूरी की. फिर इसके बाद पार्थ चटर्जी ने ISWBM से MBA की डिग्री हासिल की. उन्होंने मल्टीनेशनल कंपनी एंड्रयू यूल ग्रुप में ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर के रूप में काम भी किया.

यह भी पढ़ें: कौन हैं अर्पिता मुखर्जी?

पार्थ चटर्जी 2001 में बेहाला पश्चिम विधानसभा सीट से प्रथम बार विधायक चुने गए. उन्होंने इसके बाद 2006 में जीत हासिल की,जिसके बाद उनको पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष का नेता चुना गया. उन्होने लगातार तीसरी बार 2011 में जीत हासिल की. इसके बाद 2016 और 2021 में भी बेहाला पश्चिम की जनता ने उन्हें विधायक चुना. पार्थ को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का काफी करीबी नेता माना जाता है।

यह भी पढ़ें: राष्ट्रपति को रिटायर होने के बाद कितनी पेंशन मिलती है, अन्य सुविधाएं भी जानें

शिक्षा भर्ती घोटाले (Education Recruitment Scam) की आंच अब पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्रियों तक पहुंच गई है. बंगाल के स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) भर्ती घोटाले में ईडी ने दक्षिण 24 परगना में मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) को शनिवार (23 जुलाई) को गिरफ्तार कर लिया गया है.

यह भी पढ़ें: Agnipath Protest से रेलवे को हुआ 259.44 करोड़ रुपये का नुकसान: रेल मंत्री

न्यूज़ एजेंसी से ANI मिली जानकारी के अनुसार, ED की टीम पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के कोलकाता स्थित आवास पर पहुंची. टीम ने SSC भर्ती घोटाले के सिलसिले में पार्थ चटर्जी से पूछताछ की, जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने पार्थ चटर्जी को कोलकाता में उनके आवास से गिरफ्तार किया.

पार्थ चटर्जी के साथ ही अर्पिता मुखर्जी उनकी करीबी बताई जा रहीं हैं. ED ने अर्पिता मुखर्जी को भी हिरासत में ले लिया है. प्रवर्तन निदेशालय की टीम उनसे अभी उनसे पूछताछ कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें: क्या है संथाल जनजाति? जिससे द्रौपदी मुर्मू आती हैं

केंद्रीय एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार, शिक्षा भर्ती घोटाले की जांच के समय अर्पिता मुखर्जी की संलिप्तता की बात सामने आई थी. अर्पिता मुखर्जी को लेकर ऐसा कहा जा रहा है कि वे पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी हैं. वे वर्ष 2019 और 2020 में पार्थ चटर्जी के दुर्गा पूजा समारोह का चेहरा रह चुकी हैं.