पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 (Punjab Assembly Elections 2022) काफी दिलचस्प नजर आ रहा है. पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए 20 फरवरी को मतदान हुआ था. इस बार कई सीटों पर कांटे का मुकाबला नजर आ रहा है. उनमें से एक सीट है अमृतसर ईस्ट. यहां से पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) चुनाव मैदान में है. ये मुकाबला दिलचस्प तब हुआ जब बिक्रम सिंह मजीठिया (Bikram Singh Majithia) ने इसी सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की. बता दें कि बिक्रम सिंह मजीठिया को राजनीति विरासत के तौर पर मिली है. बीजेपी-शिअद गठबंधन की सरकार में बिक्रम पंजाब में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं.

यह भी पढ़ें: कौन हैं एन बीरेन सिंह?

आपकी जानकारी के लिए बता दें बिक्रम सिंह मजीठिया सांसद और पूर्व केंद्रीय खाद्य मंत्री हरसिमरत कौर के भाई हैं. बिक्रम मजीठिया दो बार मजीठा विधानसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं. इसके अलावा वे यूथ शिअद के अध्यक्ष है. हालांकि, मजीठिया अक्सर विवादों से भी गिरे रहते हैं.

बिक्रम सिंह मजीठिया का जन्म 9 जुलाई 1976 में हुआ था. उनके पिता सत्यजीत सिंह मजीठिया पूर्व रक्षा मंत्री रह चुके हैं. वहीं, उनके दादा सरदार सुरजीत सिंह मजीठिया भारतीय वायु सेना में विंग कमांडर थे. बिक्रम ने लॉरेस स्कूल सनावर और दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से अपनी पढ़ाई की है. बिक्रम सिंह मजीठिया की शादी साल 2009 में गनीव कौर के साथ हुई.

यह भी पढ़ेंः कौन हैं भगवंत मान? जानें अभिनेता से नेता बनने का दिलचस्प सफर

बता दें कि बिक्रम सिंह ने साल 2007 में पहली बार राजनीति में कदम रखा. उन्होंने पहली बार मजीठा से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. साल 2007 के चुनाव में बिक्रम की बहन हरसिमरत कौर ने खूब मेहनत की. उस समय वो सांसद थी और अपने भाई के लिए खूब प्रचार किया. पहली बार चुनाव जीतने के बाद ही बिक्रम सिंह मजीठिया प्रकाश सिंह बादल की सरकार में मंत्री बन गए.

बिक्रम सिंह मजीठिया का विवादों से है गहरा नाता

शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पहली बार साल 2013 में विवादों में आए थे. मजीठिया ड्रग्स केस के कारण विवादों में घिर गए थे. उस समय 6 हजार करोड़ रुपये के ड्रग्स रैकेट का पता चला था. इस मामले के मुख्य आरोपी अर्जुन अवॉर्डी रेसलर और डीएसपी जगदीश भोला ने बिक्रम मजीठिया का नाम लिया था. इसके बाद साल 2018 में बिक्रम सिंह मजीठिया तब सुर्खियों में आए थे जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनसे माफी मांगी थी. ड्रग्स केस के मामले में मजीठिया के खिलाफ गिरफ्तारी के आदेश दिए गए थे लेकिन वो अंडर ग्राउंड हो गए थे.

यह भी पढ़ें: कौन हैं हरीश रावत?

बिक्रम सिंह मजीठिया की संपत्ति के बारे में जानें

बिक्रम सिंह मजीठिया ने अपने नामांकन पत्र में बताया कि उनके पास 12 करोड़ रुपये की संपत्ति है जिसमें चल संपत्ति तकरीबन 6 करोड़ रुपये और 5 करोड़ से ज्यादा की अचल संपत्ति है. हलफनामे के मुताबिक, उनके पास 30 लाख 50 हजार रुपये और उनकी पत्नी के पास 35 लाख 25 हजार रुपये की ज्वेलरी हैं.

बिक्रम सिंह मजीठिया के अलग-अलग बैंक अकाउंट में कुल 14 लाख 78 हजार रुपये जमा है. वही, उनकी पत्नी गनीवे कौर के बैंक खाते में 13 लाख 40 हजार रुपये जमा है. गनीवे कौर के नाम पर 3 करोड़ 98 लाख की कृषि योग्य भूमि और 1 करोड़ 20 लाख की रेजिडेंशियल बिल्डिंग है. वहीं, बिक्रम मजीठिया के पास 1 करोड़ 15 लाख रुपये कि रेजिडेंशियल बिल्डिंग है.

यह भी पढ़ें: कौन हैं केशव प्रसाद मौर्य?

हालांकि, 5 साल के अंदर बिक्रम सिंह मजीठिया की संपत्ति आधी हो गई है. साल 2017 के चुनावी हलफनामे के अनुसार मजीठिया के पास 25 करोड़ 22 लाख रुपये की संपत्ति थी. अब यह घटकर 12 करोड़ रुपये की हो गई है.

बिक्रम सिंह मजीठिया के ऊपर पिछले 5 सालों में 6 मामले दर्ज हैं जिसमें 2 मामले कोर्ट में और 4 चालान के हैं. उनके ऊपर मोहाली में धारा 25, 27-ए और 29 के तहत नार्कोटिक्स ड्रग और साइकोट्रोपिक्स का मामला दर्ज है. इसके अतिरिक्त चंडीगढ़ में धरना देने और सरकारी काम में रुकावट पैदा करने के तहत थाने में मामला दर्ज है.

यह भी पढ़ें: कौन हैं नवजोत सिंह सिद्धू?