उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान अधिकांश जिलों में जमकर बवाल हुआ है. इसमें से 17 जिलों में जमकर हिंसा हुई. इस दौरान प्रत्याशी को बंधक बनाने, फर्जी वोटिंग, मतदान से रोके जाने, लॉटरी से फैसला, प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई समेत अन्य आरोपों और घटनाओं के बीच मारपीट, तोड़फोड़, लाठीचार्ज और फायरिंग हुई. पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े.

ब्लॉक प्रमुख चुनावों के दौरान राज्य में कुल 17 हिंसक झड़पों में से, राज्य के उन्नाव जिले में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी द्वारा एक पत्रकार की पिटाई से राज्य मशीनरी की काफी आलोचना हुई है.

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घटना से संबंधित एक वीडियो वायरल हो गया है जिसमें पत्रकार कृष्णा तिवारी की यूपी के एक वरिष्ठ अधिकारी और कुछ भाजपा के लोग पिटाई कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) दिव्यांशु पटेल और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुछ कार्यकर्ताओं ने कवरेज करने के दौरान उन पर हमला किया.

घटना का वीडियो वायरल हो गया है और कुछ वरिष्ठ पत्रकारों ने भी इसे साझा किया है. जिले के बांगरमऊ इलाके में एक मतदान केंद्र से रिपोर्ट करने गए तिवारी ने कहा कि यह जानते हुए भी कि वह एक पत्रकार थे, अधिकारी उन्हें पीटते रहे, और कथित तौर पर उनके साथ एक स्थानीय भाजपा नेता और कार्यकर्ता शामिल हो गए.

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समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्नाव के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने कहा, ”हमने मीडियाकर्मियों से बातचीत की. सीडीओ ने भी माफी मांगी है. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मामले में निष्पक्ष जांच की जाएगी.”

कमेटी अगेंस्ट असॉल्ट ऑन जर्नलिस्ट्स (CAAJ) ने भी घटना के बारे में ट्वीट किया.

वहीं, इटावा में तो उपद्रवियों ने एसपी सिटी को थप्पड़ जड़ दिया. हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.